ठाणे पुलिस स्टेशन (pic credit; social media)
Maharashtra News: ठाणे शहर में सोशल मीडिया पर फर्जी फेसबुक आईडी और कथित भ्रष्टाचार उजागर करने को लेकर शुरू हुआ विवाद अब राजनीतिक रंग ले चुका है। इस मुद्दे पर शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार गुट) के नेता आमने-सामने आ गए।
मामला इंदिरानगर इलाके का है, जहां एक युवक की पिटाई को लेकर विवाद गहराया। आरोप है कि युवक ने “विलास कांबले” नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर वार्डों में हो रहे भ्रष्टाचार पर पोस्ट किए थे। पुलिस ने इस संबंध में इंदिरानगर निवासी चंद्रेश यादव को हिरासत में लिया। इसी को लेकर रविवार को श्रीनगर पुलिस स्टेशन पर शिवसेना और राकां (एसपी) के नेताओं के बीच तनाव पैदा हो गया।
जानकारी के अनुसार, शिवसेना के पूर्व नगरसेवक एकनाथ भोईर और राकां (एसपी) के पूर्व नगरसेवक अमित सरैया अपने-अपने समर्थकों के साथ पुलिस स्टेशन पहुंचे। यहां दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक और धक्का-मुक्की तक की स्थिति बन गई।
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इस घटना पर राकां (एसपी) के विधायक और पूर्व मंत्री डॉ. जितेंद्र आव्हाड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने लिखा कि पुलिस ने केवल शक के आधार पर चंद्रेश यादव को हिरासत में लिया, जबकि उसके खिलाफ कोई ठोस सबूत या केस दर्ज नहीं था। आव्हाड ने आरोप लगाया कि हिरासत के दौरान युवक की पिटाई भी की गई, जो पूरी तरह अनुचित है। उन्होंने सवाल उठाया कि “क्या पुलिस को सिर्फ शक के आधार पर किसी को हिरासत में लेने का अधिकार है?”
आव्हाड ने इसे अंग्रेजों के जमाने की ज्यादतियों से तुलना करते हुए कहा कि गरीब तबके के साथ आज भी अन्याय हो रहा है। उनका आरोप है कि पुलिस कार्रवाई में राजनीतिक दबाव भी शामिल हो सकता है।
इस विवाद ने ठाणे की राजनीति में गर्मी बढ़ा दी है। एक ओर शिवसेना नेताओं पर राकां (एसपी) ने युवक की पिटाई का आरोप लगाया है, तो दूसरी ओर शिवसेना का कहना है कि मामला पूरी तरह पुलिस जांच के अधीन है। अब देखना होगा कि पुलिस जांच में क्या सामने आता है और इस राजनीतिक टकराव का अगला अध्याय किस दिशा में जाता है।