पीएम मोदी, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
SCO Summit 2025: चीन के तियानजिन में 10 सदस्यीय शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के राष्ट्राध्यक्षों के शिखर सम्मेलन के दौरान PM मोदी ने सभी नेताओं की संयुक्त बैठक में पाकिस्तान पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की बात कही। उन्होंने अमेरिका को भी स्पष्ट संदेश दिया, जिसमें उन्होंने उसके संरक्षणवादी, एकतरफा और वर्चस्ववादी रवैये की आलोचना की।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि भारत लगातार सीमा पार आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने की अपील करता रहा है।
पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि प्रगति और जुड़ाव के प्रतीक शहर तियानजिन में इस महत्वपूर्ण सम्मेलन को संबोधित करना उनके लिए गर्व की बात है। भारत के 1.4 अरब लोगों की ओर से उन्होंने सभी नेताओं और प्रतिनिधियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इस शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने और शानदार आतिथ्य प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति शी का धन्यवाद भी किया।
छह सदस्यों के साथ शुरू हुए एससीओ का विस्तार अब दस पूर्ण सदस्यों तक हो चुका है, जो दुनिया की लगभग आधी आबादी और वैश्विक अर्थव्यवस्था के बड़े हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है। भारत इस संगठन की भूमिका को क्षेत्रीय स्थिरता, सुरक्षा और समृद्धि बढ़ाने में महत्वपूर्ण मानता है और इसके प्रति प्रतिबद्ध है।
उन्होंने बताया कि पिछले 24 वर्षों में शंघाई सहयोग संगठन ने एशिया क्षेत्र में सहयोग और आपसी संबंधों को मजबूत करने में अहम योगदान दिया है। भारत ने एक सक्रिय सदस्य के रूप में हमेशा रचनात्मक और सकारात्मक भूमिका निभाई है। भारत की SCO को लेकर नीति और दृष्टिकोण तीन मुख्य आधारों पर केंद्रित है: सुरक्षा, कनेक्टिविटी और अवसर ।
प्रधानमंत्री मोदी ने पहलगाम हमले का ज़िक्र करते हुए कहा कि आतंकवाद, अलगाववाद और अतिवाद आज की बड़ी चुनौतियाँ हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि आतंकवाद सिर्फ किसी एक देश की समस्या नहीं है, बल्कि पूरी मानवता के लिए खतरा है। इसलिए कोई भी देश इसे अकेले सुरक्षित नहीं रहकर लड़ सकता।
मोदी ने कहा कि भारत ने इस लड़ाई में एकजुटता दिखाई है और इस संदर्भ में SCO की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है। इस साल भारत ने आतंकवादी संगठनों के खिलाफ जॉइंट इंफॉर्मेशन ऑपरेशंस का नेतृत्व किया और आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने उन सभी देशों का आभार जताया, जिन्होंने भारत के प्रयासों का समर्थन किया।
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PM ने याद दिलााते हुए बताया कि पिछले 40 सालों से भारत आतंकवाद का शिकार रहा है, हजारों बच्चों ने अपने माता-पिता खोए और कई बच्चे अनाथ हुए। हाल ही में पहलगाम हमला आतंकवाद का बेहद क्रूर रूप था। इस दुख की घड़ी में भारत के साथ खड़े हुए मित्र देशों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को किसी भी रूप में समर्थन देना अस्वीकार्य है और दुनिया को स्पष्ट और एकजुट होकर कहना होगा कि आतंकवाद पर कोई दोहरा मानक स्वीकार्य नहीं है।