जितेंद्र आव्हाड व सुप्रिया सुले (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी एवं बीड जिले में मासाजोग के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में वांछित आरोपी वाल्मीक कराड ने मंगलवार को पुणे में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। पुलिस के पास जाने से पहले कराड ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया जिसमें उसने आत्मसमर्पण करने की घोषणा करते हुए दावा किया कि राजनीतिक प्रतिशोध के कारण हत्या के मामले में उसका नाम जोड़ा जा रहा है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) ने मंगलवार को वाल्मीक कराड के सरेंडर को एक सुनियोजित कदम और राज्य पुलिस का मजाक बनाना करार दिया। एनसीपी (एसपी) के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने मीडिया से बात करते हुए सत्तारूढ़ एनसीपी के विधायक धनंजय मुंडे को राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की फिर से मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि कराड मुंडे के करीबी सहयोगी हैं।
शरद पवार गुट के नेता आव्हाड ने कहा कि “कराड का आत्मसमर्पण बहुत ही चौंकाने वाला और संदिग्ध है। इससे पुलिस पर संदेह पैदा होता है। यह पुलिस का मजाक है। कोई भी वांछित अपराधी आत्मसमर्पण नहीं कर सकता, पुलिस इतनी कमजोर नहीं है।”
विधायक जितेंद्र आव्हाड कहा कि वाल्मिक कराड पर जबरन वसूली का मामला दर्ज किया गया है, लेकिन उन पर हत्या का भी मामला दर्ज किया जाना चाहिए। आव्हाड ने मुंडे पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि क्या किसी मंत्री के करीबी व्यक्ति से पूछताछ की जा सकती है जबकि मंत्री अभी भी मंत्रिमंडल का हिस्सा है।
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एनसीपी (शरदचंद्र पवार) की कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि कराड ने जो वीडियो साझा किया है, वह चौंकाने और परेशान करने वाला है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। सरकार को परिवार के प्रति संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।
पुलिस ने बताया कि बीड के मासाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख का 9 दिसंबर को अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। सरपंच की हत्या कथित तौर पर इसलिए की गई क्योंकि उन्होंने कुछ लोगों द्वारा बीड जिले में एक पवन ऊर्जा कंपनी से जबरन वसूली किए जाने की कोशिश का विरोध किया था।
(एजेंसी इनपुट के साथ)