राष्ट्रवादी नेता ओंकार हजारे की संदिग्ध मौत। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
सोलापुर: महाराष्ट्र के सोलापुर शहर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजित पवार गुट) के युवा नेता और पार्टी के महासचिव ओंकार महादेव हजारे (32 वर्ष) का शव एक बंद कार में संदिग्ध स्थिति में पाया गया। यह घटना रविवार रात उस समय सामने आई जब उनके घर के सामने खड़ी कार से दुर्गंध आने लगी और पड़ोसियों ने कार के भीतर झांककर देखा। घटना से पूरे सोलापुर शहर में सनसनी फैल गई है।
ओंकार हजारे की असामयिक मृत्यु को लेकर राजनीतिक हलकों में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और प्राथमिक दृष्टि से इसे आत्महत्या का मामला मानकर पड़ताल की जा रही है। परिजनों और स्थानीय निवासियों के अनुसार, रविवार दोपहर ओंकार हजारे अपनी निजी कार में बैठने के बाद काफी देर तक बाहर नहीं आए। जब देर शाम तक कोई हलचल नहीं दिखी तो परिवार वालों और पड़ोसियों ने कार के शीशे से अंदर झांका।
वह कार की सीट पर अचेत अवस्था में पड़े हुए दिखाई दिए। तुरंत कार का दरवाज़ा तोड़ा गया और उन्हें बाहर निकाला गया। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी मृत्यु के पीछे का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन पुलिस आत्महत्या की आशंका जताते हुए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच कर साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं।
ओंकार हजारे न केवल एक युवा नेता थे, बल्कि वे राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजित पवार गुट) के लिए एक समर्पित कार्यकर्ता के रूप में कार्यरत थे। वे उपमुख्यमंत्री अजित पवार और उनके पुत्र पार्थ पवार के अत्यंत करीबी माने जाते थे। सोलापुर शहर जिला संगठन में उनकी गिनती ऊर्जावान और जिम्मेदार नेताओं में होती थी। उन्होंने सामाजिक क्षेत्रों में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी और युवाओं के बीच लोकप्रियता हासिल की थी। उनके अचानक चले जाने से उनके शुभचिंतकों, मित्रों और पार्टी कार्यकर्ताओं को गहरा आघात पहुंचा है।
पुलिस अधिकारी इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के आधार पर मृत्यु के सही कारणों की पुष्टि की जाएगी। जांच अधिकारी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या ओंकार हजारे किसी मानसिक तनाव या दबाव में थे। पुलिस उनके मोबाइल फोन, सोशल मीडिया अकाउंट और कॉल डिटेल्स की भी जांच कर रही है।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का कायराना हमला, नागपुर के जांबाज़ आईपीएस आकाश राव गिरीपुंजे शहीद
ओंकार हजारे की आकस्मिक मृत्यु से सोलापुर ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य के राजनीतिक गलियारों में शोक का माहौल है। राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजित पवार गुट) के वरिष्ठ नेताओं ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी ने एक सच्चा सिपाही खो दिया है। पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया पर भावभीनी पोस्ट साझा की हैं। यह मामला केवल एक राजनीतिक नेता के निधन का नहीं, बल्कि एक जागरूक युवा की आकस्मिक और रहस्यमय मौत का है। अब सभी की निगाहें पुलिस जांच पर टिकी हैं, जिससे सच सामने आ सके।