अवैध देहव्यवसाय के अड्डे पर पुलिस का छापा (सौजन्यः सोशल मीडिया)
सोलापुर: करमाला पुलिस ने वीट में एक अवैध देहव्यवसाय अड्डे पर छापा मारकर 1आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और 3 लड़कियों को छुड़ाया। अदालत के आदेश पर उन्हें सुधारगृह भेज दिया गया है।
संतोष रोहिदास जगदाले (उम्र 41) निवासी वीट, तालुका करमाला शराब की दुकान चलाने वाले ड्राइवर का नाम है। बार्शी सत्र न्यायालय ने उसे बुधवार तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। करमाला पुलिस स्टेशन के महेश हंबीराव डोंगरे ने करमाला पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
करमाला पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रंजीत माने को गोपनीय सूचना मिली थी कि मौजे विट गांव के बाहरी इलाके में एक व्यक्ति अवैध देहव्यवसाय अड्डा चला रहा है। इसलिए रंजीत माने ने उपविभागीय पुलिस अधिकारी अजीत पाटिल के मार्गदर्शन में जाल बिछाया। इसमें सहायक पुलिस निरीक्षक गिरिजा म्हस्के, पुलिस उपनिरीक्षक संदेश चंदनशिव, सहायक पुलिस निरीक्षक पोपटराव तिलेकर, सहायक पुलिस निरीक्षक शिंगारे आदि अधिकारियों और पुलिस कर्मियों की एक टीम बनाई गई।
इस समय यह भी सूचना मिली थी कि करमाला पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर होटल सैलीला के पीछे पजार झील के पास एक स्थान पर एक व्यक्ति कुछ महिलाओं को अवैध रूप से अपहरण कर उनसे वेश्यावृत्ति करवा रहा है। इसकी जांच करते हुए, एक नकली ग्राहक को उस स्थान पर भेजा गया और पंच की उपस्थिति में छापा मारा गया।
साईलीला ने होटल के पीछे वाले कमरे में जाकर छापा मारा और वहां वेश्यावृत्ति में लिप्त 3 लड़कियों को बचाया। उन्होंने बताया कि यह व्यक्ति महिलाओं के माध्यम से वेश्यावृत्ति का धंधा चला रहा था। उसने यह भी बताया कि उसे प्रत्येक ग्राहक के बदले 500 रुपए मिलते हैं। इसलिए, संदिग्ध आरोपी संतोष रोहिदास जगदाले (उम्र 41), निवासी वीट, ताल. करमाला के खिलाफ मामला दर्ज किया गया क्योंकि यह पाया गया कि वह वेश्यावृत्ति के लिए महिलाओं को उपलब्ध कराता था।
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बार्शी सत्र न्यायालय ने संदिग्ध आरोपी संतोष जगदाले को 7 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पीड़ित लड़कियों को भी बार्शी में पेश किया गया है और उन्हें सोलापुर के होटगी रोड स्थित रेणुका माता सरकारी महिला आश्रम में सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। इस ऑपरेशन को वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रंजीत माने के नेतृत्व में कांस्टेबल अजीत उबले, मनीष पवार, वैभव थेंगल, तौफीक काजी, ज्ञानेश्वर घोगड़े, सोमनाथ जगताप, अर्जुन गोसावी, गणेश शिंदे, योगेश येवले, रविराज गटकुल, अमोल रंडिल, शीतल नावकर ने अंजाम दिया। इस अपराध की जांच खुद पुलिस इंस्पेक्टर रंजीत माने कर रहे हैं।