पुणे बलात्कार घटना के बाद सरकारी संपत्ति में तोड़फोड़। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
पुणे: मान्य है कि महिलाओं पर बढ़ती अत्याचार की घटनाओं से जनता दहशत में है और आक्रोशित भी। हो भी क्यों न… इन घटनाओ से कानुन और व्यवस्था की धज्जिया जो उड़ती दिख रही है। सामाजिक स्वास्थ तो खराब हो ही चुका है। जिससे लोग अब किसिकी कुछ सुनने को तैयार नहीं। लेकिन खुद भी कानुन हाथ में लेना भी बिलकुल गलत है। कुछ ऐसा ही पुणे की घटना में भी होता दिखाई दिया।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुणे में रोडवेज की बस के अंदर 26 वर्षीय महिला से कथित बलात्कार के बाद सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ शनिवार को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। पीड़िता से मंगलवार तड़के शहर के मध्य में स्थित स्वारगेट बस अड्डे पर खड़ी महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की एक बस के अंदर कथित तौर पर बलात्कार किया गया।
अगले दिन शिवसेना (उबाठा) के स्थानीय नेता वसंत मोरे और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने घटना के विरोध में स्वारगेट बस डिपो के सुरक्षा केबिन में तोड़फोड़ की। यहां संवाददाताओं से बातचीत में पवार ने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘जांच पूरी होने दीजिए और तथ्य सामने आने दीजिए। उसके बाद सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। अगर आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो क्या कोई अपने घर की खिड़की के शीशे तोड़ता है?”
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उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि अदालत ने भी पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि अगर कोई सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाता है तो नुकसान की भरपाई पार्टी कार्यकर्ताओं या पार्टी से की जानी चाहिए।” पवार ने कहा कि हालांकि ऐसी घटनाओं के बाद गुस्सा आना स्वाभाविक है, लेकिन उस गुस्से को व्यक्त करने के अन्य तरीके भी हैं। इस बीच, पवार के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना (उबाठा) के वसंत मोरे ने कहा कि अगर उपमुख्यमंत्री को खिड़कियों के शीशे टूटने की चिंता है, तो उन्हें पीड़िता के आत्मसम्मान के बारे में भी सोचना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘इस घटना के बाद परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने राज्य परिवहन के 23 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया… अगर अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए आप पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहते हैं, तो करें। मैं अपने खिलाफ मामला दर्ज होने से नहीं डरता।” पुलिस ने स्वारगेट बलात्कार मामले में आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे (37) को गिरफ्तार कर लिया है जो मंगलवार सुबह से ही फरार था। उसे बृहस्पतिवार आधी रात को पुणे जिले के शिरुर तहसील में उसके पैतृक गांव गुनात के पास से गिरफ्तार किया गया। एक अदालत ने शुक्रवार को उसे 12 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।