आईजी जालिंदर सुपेकर और अजित पवार (सोर्स: सोशल मीडिया)
पुणे: वैष्णवी हगवणे की मौत का मामला दिन ब दिन गंभीर स्वरूप लेता जा रहा है। मामले से संबंधित आरोपी नीलेश चव्हाण के अभी भी फरार होने से लोगों में गुस्सा है। इस बीच मामले में नया मोड आ गया है। अब पुलिस पर हगवणे परिवार की सहायता करने का आरोप लग रहा है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी आरोपों का सामना कर रहे हैं। विशेष रूप से, जेल सेवा सुधार विभाग के विशेष पुलिस महानिरीक्षक जालिंदर सुपेकर का नाम सुर्खियों में आया है, और उन पर हगवणे परिवार का समर्थन करने का आरोप लगाया जा रहा है।
सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता रूपाली ठोंबरे ने भी जालिंदर सुपेकर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जालिंदर सुपेकर की मदद से ही हगवणे पिता और पुत्र इतने लंबे समय तक फरार रहने में सफल रहे।
इस बीच, वैष्णवी के परिजनों से मिलने पहुंचे उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि इस मामले में जलिंदर सुपेकर का नाम भी मेरे पास पहुंचा है। मैंने उनसे व्यक्तिगत रूप से बात की है और उन्हें इस बारे में चेतावनी दी है। अगर उनके खिलाफ कोई सबूत मिलता है तो सरकार बिना किसी हिचकिचाहट के कार्रवाई करेगी।
जालिंदर सुपेकर ने भी अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारते हुए कहा कि हगवणे परिवार मेरा दूर का रिश्तेदार है, लेकिन मेरा उनके किसी भी आपराधिक मामले से कोई संबंध नहीं है। कई महीनों से मेरा उस परिवार से कोई संपर्क नहीं है। इस गंभीर मामले में मेरा नाम बेवजह फंसाया जा रहा है।
सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने पुलिस महानिरीक्षक जालिंदर सुपेकर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दमानिया ने दावा किया है कि ऑडियो क्लिप में सुपेकर की आवाज है। दमानिया ने यह भी दावा किया कि सुपेकर ऑडियो क्लिप में कह रहे हैं, “इस केस से मेरा नाम हटा दो।” जालिंदर सुपेकर की एक पुलिस अधिकारी से फोन पर बातचीत का कथित ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा है।
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इस मामले में अब तक पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। वैष्णवी के पति शशांक, सास लता और ननद करिश्मा को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी। इसके बाद वैष्णवी के ससुर और पूर्व एनसीपी नेता राजेंद्र हगवणे व उसके बेटे सुशील को 23 मई को गिरफ्तार किया गया।