संजय जगताप (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Sanjay Jagtap left Congress: कांग्रेस को पिछले कुछ महीनों में कई झटके लगे हैं और पार्टी के नेता कांग्रेस को अलविदा कह रहे हैं। अब, पुणे जिले में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है, जब पुणे जिला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पुरंदर-हवेली विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक संजय जगताप ने अपने पद के साथ-साथ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने अपने त्यागपत्र में लिखा है कि उन्होंने निजी कारणों से यह फैसला लिया है। हालांकि, खबर है कि वह जल्द ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने जा रहे है। खबर है कि आने वाली 16 जुलाई को भाजपा में शामिल होंगे। आगामी नगर निगम और स्थानीय निकाय चुनावों की पृष्ठभूमि में, राजनीतिक दल में बदलाव की हवा चल रही है और ऐसा लग रहा है जैसे सत्तारूढ़ दल में प्रवेश करने की होड़ मच गई है।
अब, कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक संजय जगताप ने एक ई-मेल के माध्यम से महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रांतीय अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल के कार्यालय को अपना इस्तीफा भेज दिया है और उन्होंने पुणे जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष संग्राम मोहोल को भी अपना त्यागपत्र सौंप दिया है। जगताप के भाजपा में प्रवेश से पुरंदर निर्वाचन क्षेत्र में राजनीतिक गणित बदल जाएगा।
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि संघ परिवार से समर्थन न मिलने और हिंदुत्व के मुद्दे पर वोटों के बंटवारे के कारण जगताप की हार हुई। सासवड़ और जेजुरी के पूर्व कांग्रेस पार्षदों ने संजय जगताप से मुलाकात कर उनसे भाजपा में शामिल होने की मांग की थी। संजय जगताप ने इन खबरों का बार-बार खंडन किया। आखिरकार कांग्रेस में अपने पद से इस्तीफा देते ही उनका भाजपा में प्रवेश तय माना जा रहा है। वह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण की मौजूदगी में भाजपा का झंडा थामेंगे।
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यह पहली बार नहीं है कि कांग्रेस या विपक्षी पार्टी ने अपना पाला बदला है। इससे पहले भी विपक्षी पार्टियों से कई नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके है। इससे भाजपा अपना पक्ष मजबूत करता जा रहा है। इन नेताओं की मदद से भाजपा को स्थानीय निकाय चुनाव बड़ी जीत का फायदा होने की संभावनाएं बढ़ जाती है।