पुणे स्कूल (pic credit; social media)
Maharashtra News: पुणे के जिला परिषद स्कूलों के छात्र अब केवल अंग्रेजी ही नहीं, बल्कि जर्मन और फ्रेंच जैसी विदेशी भाषाएं भी सीख सकेंगे। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए पुणे जिला परिषद ने एक नई शैक्षणिक पहल की है। इसके तहत जिले के 102 शिक्षकों को विदेशी भाषा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
यह प्रशिक्षण सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के विदेशी भाषा विभाग के सहयोग से शुरू होगा। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गजानन पाटिल ने जानकारी दी कि यह ऑनलाइन प्रशिक्षण 1 सितंबर से आरंभ होगा।
प्रशिक्षण का कुल समय 180 घंटे का होगा। इसमें शिक्षकों को दोनों भाषाओं की मूलभूत जानकारी दी जाएगी, जिसमें शब्दावली, उच्चारण और व्याकरण जैसे विषय शामिल रहेंगे। खास बात यह है कि यह कक्षाएं शिक्षकों के नियमित स्कूल समय को प्रभावित न करें, इसलिए इन्हें स्कूल की छुट्टियों के बाद आयोजित किया जाएगा।
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खर्च का बोझ भी शिक्षकों और जिला परिषद के बीच बांटा गया है। प्रशिक्षण शुल्क का 25% हिस्सा शिक्षकों को खुद भरना होगा, जबकि शेष 75% राशि जिला परिषद वहन करेगी। इस तरह से शिक्षकों के लिए यह प्रशिक्षण न केवल उपयोगी बल्कि किफायती भी रहेगा।
प्रशिक्षण पूरा होने के बाद ये शिक्षक अपने-अपने स्कूलों में छात्रों को भी जर्मन और फ्रेंच की शिक्षा देंगे। इससे ग्रामीण और अर्धशहरी क्षेत्रों के विद्यार्थियों को भी अंतरराष्ट्रीय भाषाओं का ज्ञान मिलेगा। जिला परिषद का मानना है कि इस पहल से छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और भविष्य में करियर विकल्प भी अधिक व्यापक होंगे।
इस कार्यक्रम के लिए जिला परिषद ने ‘फॉरेन लैंग्वेज एप्लीकेशन’ नामक संस्था से भी चर्चा की है ताकि शिक्षकों और छात्रों को अतिरिक्त मार्गदर्शन मिल सके। जिला परिषद का यह कदम ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था में एक नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक भाषाओं का ज्ञान बच्चों को उच्च शिक्षा और रोजगार की नई संभावनाओं से जोड़ देगा।