
पुणे मेट्रो (सौ. सोशल मीडिया )
Pune Metro News: शहर में मेट्रो नेटवर्क को और विस्तार देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। महामेट्रो अब पुणे मेट्रो की लाइन 2 (वनाज से रामवाडी) को आगे रामवाडी से वाघोली और विठ्ठलवाड़ी तक बढ़ाने की तैयारी में जुट गई है।
इस विस्तार के लिए 11।63 किलोमीटर लंबे नए कॉरिडोर का टेंडर जल्द ही जारी किया जाएगा। रामवाडी-वाघोली-विठ्ठलवाड़ी खंड में कुल 11 मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित हैं। यह रूट न केवल पुणे शहर बल्कि उसके पूर्वी उपनगरों को भी जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा।
पुणे मेट्रो की मौजूदा लाइन 2 बनाज से रामवाडी तक फैली है, जिसकी कुल लंबाई 16।82 किलोमीटर है और इसमें 18 स्टेशन हैं। जब इसमें नए विस्तार को जोड़ा जाएगा तब इस मेट्रो लाइन 2 की कुल लंबाई 28।45 किलोमीटर और कुल स्टेशन संख्या 29 हो जाएगी। यह मेट्रो लाइन पश्चिम से पूर्व तक शहर को जोड़ते हुए नागरिकों के लिए तेज और आरामदायक यात्रा का साधन बनेगी। जानकारी के मुताबिक मेट्रो लाइन हिस्से पर डबल डेकर फ्लाईओवर भी होगा।
यह डबल डेकर संरचना पुणे-शिरूर एलिवेटेड कॉरिडोर परियोजना का हिस्सा है जो शहर के ट्रैफिक प्रबंधन में एक बड़ा बदलाव लाएगी। इस प्रोजेक्ट की लागत का भार महाराष्ट्र राज्य अधोसंरचना विकास निगम (MSIDC) और महा मेट्रो संयुक्त रूप से उठाएगी।
हाल ही में महामेट्रो ने बनाज से चांदनी चौक तक के पश्चिमी विस्तार के लिए भी टेंडर जारी किया था। इस खंड के निर्माण से पुणे के प्रमुख आईटी हब, आवासीय इलाकों और औद्योगिक क्षेत्रों को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने में आसानी होगी।
महामेट्रो के अधिकारियों के अनुसार वाघोली तक मेट्रो के विस्तार से पुणे के पूर्वी क्षेत्र में आवागमन का दबाव काफी कम होगा। वर्तमान में नगर रोड, वाघोली और खराड़ी क्षेत्र में ट्रैफिक जाम एक बड़ी समस्या है। मेट्रो के शुरू होने से इन इलाकों के यात्रियों को सीधा, सुरक्षित और समयबद्ध परिवहन विकल्प मिलेगा।
वाधोली, लौहगांव, खराड़ी, विमान नगर और चंदन नगर जैसे तेजी से विकसित हो रहे इलाकों के नागरिकों के लिए यह परियोजना बेहद फायदेमंद होगी। वर्तमान में इन क्षेत्री से शहर के केंद्र तक पहुंचने में एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है, जो मेट्रो शुरू होने के बाद लगभग आधा हो जाएगा, महा मेट्रो ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद, निर्माण कार्य अगले वर्ष की पहली तिमाही में शुरू होने की उम्मीद है। इसके बाद अनुमानित तीन वर्षों में इस खंड को यात्रियों के लिए खोला जा सकता है।
अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो और एलिवेटेड कॉरिडोर का संयुक्त निमांग करने से लागत में भी कमी आएगी और निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया जा सकेगा। इससे नागरिकों को कम से कम असुविधा होगी। इस परियोजना की अनुमानित लागत हजारों करोड़ रुपये में आकी जा रही है। चूंकि डबल डेकर फ्लाईओवर और मेट्रो वायडक्ट दोनों एक साथ बनाए जा रहे है, इसलिए लागत साझा मॉडल अपनाया गया है। जानकारी के मुताबिक MSIDC एलिवेटेड रोड के निर्माण की जिम्मेदारी संभालेगा, जबकि महा मेट्रो वायडक्ट और स्टेशन निर्माण का कार्य देखेगी।
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जब धनाज-चांदनी चौक और रामवाडी-वापोली- विठ्ठलवाडी दोनों विस्तार कार्य पूरे हो जाएंगे, तब पुणे मेट्रो की लाइन 2 शहर के एक छोर से दूसरे छोर तक निर्वाध यात्रा का मार्ग बन जाएगी। यह पुणे के सार्वजनिक परिवहन ढांचे को नई दिशा देगी और सड़क यातायात पर दबाव कम करेगी।






