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पुणे: किशोरों को कोरोना (Corona) बचाने के लिए 15 से 18 साल के बच्चों को वैक्सीनेशन (Vaccination) 3 जनवरी से शुरू कर दिया गया है। जिसे बच्चों का काफी प्रोत्साहन मिल रहा है। कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave) के बीच इससे बच्चों को राहत मिल रही है।
पिछले 10 दिनों की बात करें तो पुणे जिले (Pune District) में 15-18 आयु वर्ग के लगभग 39 प्रतिशत किशोरों को कोवैक्सिन वैक्सीन की पहली खुराक (First Dose) दे दी गई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार,12 जनवरी तक, 15-18 आयु वर्ग के कुल 2,12,735 लाभार्थियों को पुणे जिले में कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक दी गई।
डॉ. संजय देशमुख, सहायक निदेशक (चिकित्सा) पुणे सर्कल ने बतया कि पुणे सर्कल में पुणे, सातारा और सोलापुर जिले शामिल हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उनके पास 25,000 कोवैक्सीन वैक्सीन खुराक और 3.25 लाख कोविशील्ड खुराक का भंडार मौजूद है। देशमुख ने बताया कि वे कोवैक्सिन वैक्सीन की एक लाख और खुराक की उम्मीद कर रहे हैं। इस आयु वर्ग में 5.53 लाख अनुमानित पात्र लाभार्थी हैं। पुणे शहर के टीकाकरण अधिकारी डॉ. सूर्यकांत देवकर ने कहा कि शहर में उनका लक्ष्य 2.5 लाख था और अब तक 52,000 किशोरों को कोवैक्सिन की पहली खुराक दी जा चुकी है।
एहतियाती खुराक के प्रति हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में कोई विशेष डिमांड नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि कुछ दिनों में इसके प्रति सुधार आएगा। देशमुख ने कहा कि अभी शुरुआती दिन हैं, लेकिन लाभार्थियों, विशेष रूप से 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों से तीसरी खुराक लेने की अपील की जा रही है। जानकारी के मुताबिक पुणे जिले में लगभग 4.5 लाख हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं। 10 जनवरी से शुरू हुए अभियान के बाद से अब तक कुल 22,290 लाभार्थियों ने पुणे जिले में एहतियाती खुराक ली है।