अजित पवार, उद्धव ठाकरे (pic credit; social media)
Ajit Pawar on Uddhav Thackeray: उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुणे में जन संवाद कार्यक्रम के दौरान राज्य सरकार और विपक्ष पर करारा बयान दिया। उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ ‘हंबरडा मोर्चा’ निकालने वालों को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि जब वे सत्ता में थे, तब उन्होंने समाज के लिए क्या काम किया। पवार ने यह टिप्पणी पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना की।
पवार ने कहा कि किसी भी आपदा के समय सरकार सर्वेक्षण करती है, पंचनामे करती है और उसी के अनुसार मदद देती है। लेकिन विपक्ष हमेशा घोषित सहायता से अधिक मांग करता है और आलोचना करता है। “मांग करना विपक्ष का काम है, लेकिन आलोचना में भी तथ्य का ध्यान रखना चाहिए,” उन्होंने कहा।
सहकार मंत्री बालासाहेब पाटिल के कथित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पवार ने कहा कि यदि उन्होंने किसानों के बारे में कुछ कहा है तो वह उचित नहीं। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे मामलों को तुरंत सुधारा जाए। पवार ने अपने दिनचर्या का उदाहरण देते हुए कहा, “मैं सुबह पांच बजे उठता हूं, या तो पूजा-पाठ करवा लो या विकास कार्य करवाओ।”
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उपमुख्यमंत्री ने खडकवासला विधानसभा क्षेत्र का दौरा करते हुए वारजे, आहिरंगाव, धायरी और नांदेड सिटी क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने ट्रैफिक जाम, सड़कों की खराब स्थिति और नागरिकों की शिकायतों का जायजा लिया।
अजीत पवार ने बाढ़ और अतिवृष्टि प्रभावित किसानों के लिए सरकार की मदद का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नकद और अनाज दोनों तरह की सहायता दी है और 350 करोड़ रुपये के पैकेज को दीपावली तक जारी करने का प्रयास है।
शिवणे पुल की ऊंचाई बढ़ाने, चावरी डीपी रोड और कात्रज चौक पर फ्लाईओवर के निर्माण और अन्य विकास कार्यों की समीक्षा भी पवार ने की। खडकवासला क्षेत्र में अधिकारियों की देरी पर उन्होंने सार्वजनिक रूप से फटकार लगाई और सुधार के निर्देश दिए।
पवार ने कहा कि प्रशासन और सरकार का उद्देश्य जनता को सुविधाएं और सुरक्षा देना है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि जनता अब सजग है और केवल विरोध नहीं बल्कि अपने हक की मांग भी करेगी।