गुलियन-बैरे सिंड्रोम से मौत (कंसेप्ट फोटो)
पुणे: पुणे में गुलियन-बैरे सिंड्रोम से अब एक और मौत की खबर सामने आई है, जिसके बाद इस सिंड्रोम से अब कुल 3 मौतें हो चुकी है। इस बारे में एक अधिकारी ने जानकारी दी कि गुलियन-बैरे सिंड्रोम से जूझ रहे 36 साल के शख्स के एक व्यक्ति की पुणे के अस्पताल में मौत हो गई।
व्यक्ति का इलाज पुणे के एक सरकारी अस्पताल में कराया जा रहा था, जहां इलाज के दौरान ही पीड़ित 36 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। आपको जानकारी दें कि महाराष्ट्र के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग कि ओर से दी गई जानकारी में पुणे और राज्य के अन्य जिलों में जीबीएस के कुल संदिग्ध मामलों की संख्या 127 है, जिनमें से 72 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
अब तक जीबीएस के 127 से ज्यादा मामलों की पहचान की गई है, जिसमें 2 संदिग्ध मौतें भी शामिल हैं। इनमें से 72 रोगियों में जीबीएस की पुष्टि हुई है। 23 रोगी पुणे नगर निगम से हैं, 73 पीएमसी क्षेत्र में नए जोड़े गए गांवों से हैं, 13 पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम से हैं, 9 पुणे ग्रामीण से हैं और 9 अन्य जिलों से हैं। प्रभावित व्यक्तियों में से 20 वर्तमान में वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं और इनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
शहर के विभिन्न भागों से पानी के नमूने रासायनिक और जैविक विश्लेषण के लिए जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला जांच के लिए में भेजे गए हैं। जीबीएस से हाथ या पैर में अचानक कमजोरी/लकवा हो सकता है। लोगों को चलने में परेशानी हो सकती है या अचानक कमजोरी और दस्त हो सकते हैं।
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नागरिकों को पानी की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए भी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जैसे कि उबला हुआ पानी पीना, भोजन ताजा और साफ होना चाहिए। पके और बिना पके खाद्य पदार्थों को एक साथ न रखकर भी संक्रमण से बचा जा सकता है। साफ सफाई का ध्यान रखना, बार-बार हाथ धोना, फोन को भी सैनिटाइड करना जैसी बातों का खास ध्यान रखें।