नासिक में आदिवासी समुदाय का हंगामा (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Nashik District: नासिक जिले के कलवण खुर्द में एक किसान के यहां काम करने वाले खेतिहर मजदूर के कथित अपहरण के आरोप को लेकर बड़ा हंगामा खड़ा हो गया। आदिवासी समुदाय के सदस्यों ने शुक्रवार 4 अक्टूबर की रात से कलवण पुलिस स्टेशन के सामने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। जी शनिवार सुबह और उम्र हो गया।
प्रदर्शनकारियों ने रास्ता रोको आंदोलन किया और कलवण पुलिस स्टेशन पर पथराव भी किया, जिसमें एक पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गया।मजदूर विठोबा गुलाब पवार की मां सावित्रीबाई गुलाब पवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
गुलाब पवार के अनुसार, विठोबा किसान बापू त्र्यंबक शिदि और राहुल बापू शिंदे के यहां खेतों में काम करता था। शुक्रवार को जब विठोचा ने शिंद के यहां काम छोड़कर गांव के ही संजय शेवाले के यहां काम करना शुरू किया, तो आरोपियों को यह बात नागवार गुजरी। शिकायत में कहा गया है कि आरोपियों ने विठोबा को लात-घूंसों से पीटा और उसका अपहरण कर लिया।
शुक्रवार की रात से ही कलवण पुलिस स्टेशन के सामने प्रदर्शनकारी जमे हुए थे। शनिवार को उनकी संख्या बढ़ गई और उन्होंने रास्ता रोको आंदोलन शुरू कर दिया। दोपहर करीब 12 बजे, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस स्टेशन में घुसने की कोशिश की, लेकिन मेट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हाथापाई भी हुई। इसके बाद भीड़ ने सीधे पुलिस स्टेशन की तरफ पथराव शुरू कर दिया, जिसमें एक पुलिस वाहन का शीशा टूट गया और कुछ लोगों को पत्थर लगने से चोटें आई।
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पुलिस अधिकारियों ने बार-बार प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की। आखिरकार, संबंधित संदिग्धों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया, पुलिस द्वारा यह जानकारी प्रदर्शनकारियों को दिए जाने के बाद उन्होंने रास्ता खाली कर दिया और आंदोलन समाप्त कर दिया। पुलिस उपाधीक्षक किरणकुमार सूर्यवशी और पुलिस निरीक्षक खागेंद्र टेंभेकर इस मामले की आगे की जांच कर रहे हैं और जल्द से जल्द लापता मजदूर का पत्ता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।