
ज्ञापन सौंपते शिवसेना कार्यकर्ता (फोटो नवभारत)
Shiv sena Voter List Complaint: फर्जी मतदाताओं के खिलाफ महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS), शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस ने पहले ही आक्रामक अभियान शुरू कर दिया है, वहीं महायुति गठबंधन की एक प्रमुख सहयोगी शिवसेना ने भी मतदाता सूची से डुप्लीकेट मतदाताओं को हटाने की मांग करते हुए इसमें हस्तक्षेप किया है।
शिवसेना ने नासिक के 3 विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 3 लाख फर्जी या डुप्लिकेट मतदाताओं की पहचान की है और उपायुक्त लक्ष्मीकांत सातालकर को साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए मतदाता सूचियों में तत्काल सुधार का आग्रह किया है।
शिंदे गुट के अनुसार, नासिक शहर की मतदाता सूची में कई अनियमितताएं पाई गईं जिनमें ग्रामीण निवासियों के नाम शहरी सूचियों में जोड़े जाना और एक ही मतदाता का नाम कई निर्वाचन क्षेत्रों में दोहराया जाना शामिल है।
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मतदाता सूचियों से डुप्लीकेट और फर्जी नामों को तत्काल हटाया जाए, एक मतदाता का नाम केवल एक ही निर्वाचन क्षेत्र में दिखाई देना चाहिए, मृत व्यक्तियों के नाम हटाए जाएं, मतदाता पंजीकरण के दौरान आधार, पैन और जन्म प्रमाण पत्र का उपयोग किया जाए। दोहराव रोकने के लिए परिवार एकीकरण मतदाता प्रणाली का कार्यान्वयन किया जाए।
प्रतिनिधिमंडल में अभय महादास (कानूनी प्रकोष्ठ प्रमुख), एडवोकेट हर्षल केंगे, जिला उपाध्यक्ष शिवाजी भोर, प्रमोद लासुरे और नीलेश सालुंखे शामिल थे। शिवसेना के इस आंदोलन में शामिल होने से नासिक की मतदाता सूची को साफ करने के अभियान को और गति मिलने की उम्मीद है।






