(सोर्स: सोशल मीडिया )
Nashik Dog Bite Cases News: कुत्तों ने पिंपलगांव बसवंत शहर में उत्पात मचा रखा है। एक महीने में पिंपलगांव के 150 से अधिक लोगों को कुत्ते काट चुके हैं। इससे भी गंभीर बात यह है कि कुत्ते के हमले में चार साल के बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई है।
पिंपलगांव बसवंत के नागरिक कुत्तों के आतंक से डरे हुए हैं, और वे तुरंत कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। शहर में आवारा कुत्तों के झुंड घूमते दिखते हैं, जो अकेले लोगों या छोटे बच्चों को देखते ही उन पर हमला कर रहे हैं। लोगों को काटने की दर दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, जहां हर दिन कम से कम पांच लोगों को कुत्ते काट रहे हैं।
पिंपलगांव बसवंत की रहने वाली एक बच्ची, कुंज गुप्ता की खूंखार कुत्तों के हमले में मौत हो गई है। आंगन में खेलते-खेलते कुंज पर कुत्तों ने हमला कर दिया था। बच्चों के डॉक्टर डॉ. अरुण गाचले ने बताया कि कुंज, जिनका बीस दिनों से इलाज चल रहा था, दो दिन पहले रेबीज से मौत हो गई।
लोगों ने सवाल उठाया है कि आवारा कुत्तों की संख्या इतनी कैसे बढ़ गई है। कुछ चश्मदीदों ने बताया कि पास के शहर से पकड़े गए कुत्तों को पिंपलगांव बसवंत शहर के बॉर्डर पर छोड़ दिया गया था।
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नगर परिषद प्रशासन को आवारा कुत्तों की समस्या को गंभीरता से लेने और तुरंत आवारा कुत्तों को पकड़ने का अभियान चलाने की जरूरत है, जैसा कि पांच साल पहले ग्राम पंचायत प्रशासन ने किया था।
पिंपलगांव बसवंत हेल्थ सेंटर में कुत्तों के काटने के इलाज के लिए जरूरी छठी और बचाव वाली रेबीज वैक्सीन मुश्किल से ही है, जो समस्या को और बढ़ा रही है।
हर दिन आठ से दस मरीज कुत्तों के काटने के इलाज के लिए प्राइमरी हेल्थ सेंटर आ रहे हैं। हेल्थ सिस्टम कुत्तों के काटने के बढ़ते मरीजों का इलाज करने के लिए संघर्ष कर रहा है, क्योंकि वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक नहीं है।