नासिक निपानी चीनी मिल 6 साल बाद शुरु (pic credit; social media)
Nipani Sugar Mill: पिछले छह वर्षों से बंद पिपलगांव निपानी स्थित चीनी मिल अब फिर से चालू होने जा रही है। उद्योगपति संजय होलकर के नेतृत्व में ग्रेनाचे इंडस्ट्रीज ने बैंक से केजीएस शुगर एंड इंफ्रा कॉर्पोरेशन लिमिटेड के नाम से इस मिल का अधिग्रहण किया है। इस साल से पेराई सत्र शुरू होने की तैयारियाँ जोरों पर हैं।
होलकर समूह का दावा है कि इस मिल से सालाना 400 करोड़ रुपये का कारोबार होगा और प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करीब 1,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। इससे न केवल किसानों को उनके गन्ने का सही मूल्य मिलेगा, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई गति मिलेगी।
इस अवसर पर संजय होलकर ने कहा, “हम निफाड़ तालुका के गन्ना उत्पादकों को उच्चतम मूल्य, सटीक माप और शीघ्र नकद भुगतान की गारंटी देते हैं। किसानों को अधिकतम गन्ना आपूर्ति करनी चाहिए।” निदेशक सोनिया होलकर ने भी बताया कि मिल चालू होने के बाद प्रतिदिन 3,500 मीट्रिक टन गन्ने की पेराई की जाएगी।
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पिछले कई वर्षों तक किसानों को अपने गन्ने की पेराई के लिए दूर-दराज के कारखानों तक जाना पड़ता था। अब स्थानीय स्तर पर उत्पादन और प्रसंस्करण शुरू होने से किसानों का समय और मेहनत दोनों बचेंगे। इस मिल के पुनः चालू होने से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि क्षेत्र की ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।
मिल के निदेशक मंडल में संजय होलकर, सोनिया होलकर, सत्यजीत होलकर, धनंजय शिंदे, सुरेंद्र सनस, प्रकाश दायमा और एमडी आदित्य होलकर शामिल हैं। इसके अलावा, ग्रेनाचे समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी अजय कुमार वखैरनार, महाप्रबंधक सुकदेव शेटे, और अन्य वरिष्ठ कर्मचारी भी मिल संचालन की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
अब तक इस मिल के लिए 4,600 हेक्टेयर गन्ने का पंजीकरण हो चुका है और आने वाले दिनों में यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है। यह मिल किसानों के लिए राहत का संदेश लेकर आई है और छह साल के अंतराल के बाद इलाके में रोजगार, उत्पादन और व्यापार का नया अध्याय लिखेगी।