भू-माफियाओं ने हड़पे करोड़ों (pic credit; social media)
Land Mafia Grabbed Crores: जालना के कुंबेफल और गुंडेवाड़ी क्षेत्र में भूमाफियाओं ने करोड़ों रुपए का बड़ा घोटाला किया है। फर्जी गैर-कृषि आदेश बनाकर 154 प्लॉटों की अवैध बिक्री की गई, जिससे न केवल सरकारी राजस्व को भारी नुकसान हुआ बल्कि सैकड़ों आम नागरिकों की जीवनभर की कमाई भी दांव पर लग गई। उपनिबंधक कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक सुधाकर बोधगिरे ने तहसील पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत में बताया गया कि आरोपी शेख मुश्ताक शेख अमीर ने फर्जी दस्तावेज बनाकर कुंबेफल और गुंडेवाड़ी की कृषि भूमि को गैर-कृषि दिखाया। इन भूमि प्लॉटों की बिक्री के लिए सेल डीड भी तैयार किए गए, जिससे खरीदारों को वैध सौदे का भ्रम हुआ। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि बिक्री किए गए प्लॉट अब भी कृषि भूमि के अंतर्गत आते हैं और किसी भी तरह की वैध सरकारी अनुमति नहीं थी।
पुलिस निरीक्षक संतोष साबले की अगुवाई में चल रही जांच में यह भी सामने आया है कि घोटाले में उपनिबंधक कार्यालय के कुछ अधिकारियों और कर्मियों की मिलीभगत की संभावना है। पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि फर्जीवाड़े को किन सरकारी स्तरों पर संरक्षण मिला और कौन जिम्मेदार है।
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इस बड़े घोटाले ने राजस्व विभाग की लापरवाही को भी उजागर किया है। नागरिकों ने सवाल उठाया है कि इतने बड़े फर्जीवाड़े के बावजूद विभाग को इसकी भनक क्यों नहीं लगी। इस मामले ने प्रशासन की सतर्कता और निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जो 154 नागरिक अपने जीवनभर की कमाई से प्लॉट खरीद चुके थे, वे अब कानूनी और आर्थिक संकट में हैं। बिक्री अवैध घोषित होने के कारण उनके पास मौजूद दस्तावेज़ (सेल डीड) भी कानूनी रूप से अमान्य हो गए हैं। कई खरीदार मानसिक और आर्थिक तनाव झेल रहे हैं।
स्थानीय प्रशासन और राजस्व विभाग से आम जनता की उम्मीद है कि दोषी अधिकारियों और भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। यह मामला शहर में सक्रिय भू-माफियाओं के नेटवर्क और सरकारी तंत्र की कमजोरियों को उजागर करता है।