10 नामांकन केंद्रों पर दिखेगा हाई-वोल्टेज ड्रामा
Nashik Municipal Election: नासिकमहानगरपालिका चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख में अब केवल दो दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में सोमवार और मंगलवार को शहर के दस नामांकन केंद्रों पर जबरदस्त हाई-वोल्टेज राजनीतिक ड्रामा देखने को मिलने की संभावना है। 122 सीटों के लिए होने वाले इस चुनाव में बगावत का खतरा टालने के उद्देश्य से अब तक किसी भी प्रमुख राजनीतिक दल ने अपने आधिकारिक उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
परिणामस्वरूप इच्छुक उम्मीदवार पूरी तरह वेट एंड वॉच की स्थिति में फंसे हुए हैं। सभी दलों द्वारा सीधे एबी फॉर्म देने की रणनीति अपनाए जाने से उम्मीदवारों को लेकर सस्पेंस और गहरा गया है। आखिरी समय में किसे मौका मिलेगा और किसकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर पानी फिर जाएगा, इसे लेकर शहर में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।
इस चुनाव में भाजपा की स्थिति सबसे अधिक जटिल मानी जा रही है। पार्टी के पास लगभग एक हजार से अधिक इच्छुक उम्मीदवार हैं, जिनमें 84 पूर्व नगरसेवकों की पहले से ही मजबूत फौज शामिल है। इसके अलावा हाल ही में पार्टी में शामिल हुए नए चेहरों की संख्या भी काफी है। ऐसे में किसे टिकट दिया जाए और किसे नजरअंदाज किया जाए, यह फैसला पार्टी नेतृत्व के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
नाराजगी न फैले, इसके लिए स्थानीय नेताओं ने यह कहते हुए जिम्मेदारी टाल दी है कि सर्वे रिपोर्ट और वरिष्ठ नेताओं का निर्णय ही अंतिम होगा। इससे इच्छुक उम्मीदवारों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है और कई लोग आखिरी क्षण तक उम्मीद लगाए बैठे हैं।
इसी बीच यह चर्चाएं भी जोरों पर हैं कि भाजपा के कुछ इच्छुक उम्मीदवार वैकल्पिक राजनीतिक रास्तों की तलाश में जुट गए हैं। यदि भाजपा से टिकट नहीं मिला, तो ऐन वक्त पर किसी अन्य दल से एबी फॉर्म मिल सके, इसके लिए कुछ उम्मीदवारों ने पहले से ही संपर्क साध लिया है। ऐसे में आने वाले 48 घंटों में बड़े राजनीतिक उलटफेर की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
दूसरी ओर शिवसेना (शिंदे गुट) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) के पास सभी वार्डों में मजबूत उम्मीदवार उपलब्ध नहीं हैं, जिसके चलते दोनों दल नए चेहरों की तलाश में जुटे हुए हैं। ठाकरे गुट और मनसे की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है, जहां सक्षम और जिताऊ उम्मीदवारों की खोज में नेतृत्व को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गुट) को भी टिकट वितरण के दौरान काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है और उनके सामने आंतरिक समन्वय बनाए रखने की बड़ी चुनौती है। कुल मिलाकर सभी राजनीतिक दल उम्मीदवारों की घोषणा को लेकर बेहद सतर्क नजर आ रहे हैं।
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हालांकि जिन वार्डों में अपेक्षाकृत कम विरोध है या जहां उम्मीदवार लगभग तय माने जा रहे हैं, वहां चरणबद्ध तरीके से टिकटों की घोषणा किए जाने की चर्चा राजनीतिक गलियारों में चल रही है। सोमवार को अधिकांश इच्छुक उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल करने की संभावना है, जबकि मंगलवार को शेष उम्मीदवार अपने आवेदन जमा करेंगे।
इन दो दिनों में राजनीतिक बैठकों, दल-बदल की गतिविधियों, नाराजगी के स्वर और आखिरी समय में होने वाले फैसलों के कारण नासिककी राजनीति में भारी हलचल देखने को मिलेगी। महापालिका चुनाव के इस अंतिम चरण में किसका चेहरा खिलेगा और किसकी उम्मीदों पर विराम लगेगा, इस पर पूरे शहर की नजरें टिकी हुई हैं।