नासिक लोकसभा सांसद राजाभाऊ वाजे (सौ. सोशल मीडिया )
Nashik News In Hindi: मुंबई में मनोज जरांगे के नेतृत्व में चल रहे मराठा आरक्षण आंदोलन पर नासिक जिले के सत्तारुड़ और विपक्षी इनों के अधिकांश मराठा जनप्रतिनिधि खामोश हैं। शुरू में यह चर्चा जोर पकड़ने लगी कि जिले के नेता आंदोलन से दूरी बनाए हुए हैं। ‘
लेकिन शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नासिक लोकसभा सांसद राजाभाऊ वाजे ने सार्वजनिक रूप से अपना समर्थन जताया है, जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के दिंडोरी सांसद भारकर भगरे सीधे आंदोलन स्थल पर जाकर मनोज जरागि से मिले।
बता दें कि जिले में सत्तारूढ़ महामुति गठबंधन के 14 विधायक हैं। इनमें से केवल राष्ट्रवादी (अजित पवार गुट) की देवलाली विधायक सरोज अहिरे ने ही शुक्रवार को मुंबई जाते समय आंदोलनकारियों से मुलाकात की और समर्थन दिया। इसके अलाव्या किसी भी मराठा विधायक या मंत्री ने आंदोलन पर स्पष्ट रुख नहीं अपनाया।
सकल मराठा समाज के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने इस चुप्पी पर तीखी नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि जिले की 15 विधानसभा सीटों में से आधे से अधिक सीटों पर मराठा समाज के विधायक चुने गए हैं। इनमें राज्य के खेल मंत्री माणिकराव कोकाटे, शिक्षा मंत्री दादा भुसे, नासिक पश्चिम की सीमा हीरे, नासिक पूर्व के राहुल ढिकले, निफाड के दिलीप बनकर और देवला-चांदवड के डॉ राहुल आहेर शामिल हैं। बावजूद इसके, आंदोलन को लेकर उन्होंने अब तक कोई तीस बयान नहीं दिया है। समाज के नेताओं ने चेतावनी दी है कि जो जनप्रतिनिधि इस आंदोलन से दूरी बनाएंगे, उन्हें आगामी विधानसभा और स्थानीय निकाय चुनावों में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
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मराठा समाज की बढ़ती नाराजगी को देखते हुए नासिक के सांसद राजाभाऊ वाजे ने शनिवार को आंदोलन को समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि लाखों मराठा भाई-बहन मुंबई में एकजुट हैं और यह संघर्ष गरीब मराठा परिवारों के लिए शिक्षा व रोजगार की लड़ाई है। वाजे ने सरकार से अपील की कि वह केवल अस्थायी आश्वासन न देकर स्थायी समाधान निकाले। वहीं, दिंडोरी सांसद भास्कर भगरे ने आंदोलन स्थल पहुंचकर मनोज जरांगे से मुलाकात की और एकजुटता जताई, भगरे ने कहा कि समाज की यह मांग जायज है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।