(प्रतीकात्मक तस्वीर)
Nashik News: नाशिक के तीनों भाजपा विधायकों ने मनपा प्रशासन पर सड़कों के खड्डों की समस्या को लेकर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि हम लोगों के बीच रहते हैं, और विभिन्न विकास कार्यों के उद्घाटन के लिए कहीं जाने पर लोग हमसे खड्डों की परेशानी की शिकायत करते हैं, लेकिन मनपा प्रशासन के अधिकारी इस ओर दुर्लक्ष्य कर रहे हैं. विधायकों ने मनपा प्रशासन को चेतावनी दी है कि वे शासन के नियमों के अनुसार शहर के सभी खड्डों को अगले 15 दिनों के भीतर भरवाएं, अन्यथा आगामी विधानसभा सत्र में यह मुद्दा उठाया जाएगा.
मध्य नाशिक की विधायक देवयानी फरांदे, पश्चिम की सीमा हिरे, और पूर्व के एड. राहुल ढिकले ने मंगलवार 25 नवंबर को मनपा मुख्यालय आकर खड्डों के मुद्दे पर एक विशेष बैठक ली. इस दौरान उन्होंने मनपा आयुक्त तथा प्रशासक मनीषा खत्री सहित अतिरिक्त आयुक्त प्रदीप चौधरी और शहर अभियंता संजय अग्रवाल समेत अन्य अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. विधायकों ने अधिकारियों को बताया कि पूरे शहर के छहों प्रभागों में सड़कों की बुरी हालत है, जिसकी शिकायतें उन्हें लगातार मिल रही थीं. इससे पहले, मनपा में निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ सिंहस्थ मेला मंत्री गिरीश महाजन ने भी बैठक कर खड्डे भरने के आदेश दिए थे. इसके बाद उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी सड़कों की स्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अधिकारियों के निलंबन की चेतावनी दी थी.
विधायक फरांदे ने आरोप लगाया कि वर्तमान में मनपा द्वारा खड्डे भरने का काम तो शुरू है, लेकिन वह शासन के दिशानिर्देशों के अनुसार नहीं किया जा रहा है. शहर में मौजूदा समय में विभिन्न विभागों द्वारा भूमिगत गटार (सीवरेज) के काम, जल आपूर्ति के काम, भूमिगत एमएनजीएल पाइपलाइन, और फाइबर कंपनियों के केबल नेटवर्किंग के कामों के चलते कई सड़कों पर खुदाई चल रही है, जिससे खड्डे बन रहे हैं. साथ ही, स्मार्ट सिटी के माध्यम से भी विकास कार्य चल रहे हैं, जिसके तहत सड़कों का डामरीकरण और अस्तरीकरण किया जा रहा है.
विधायकों ने मनपा प्रशासन को ये सभी काम जल्द से जल्द पूरा करने के आदेश दिए हैं. नागरिकों ने यह भी बताया है कि एमएनजीएल और अन्य एजेंसियों द्वारा सड़क खुदाई के लिए शुल्क भरा जाता है, लेकिन खुदाई के बाद उचित और गुणवत्तापूर्ण मरम्मत नहीं की जाती है. इस लापरवाही के कारण आम नागरिकों को बड़ी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है, जिससे सड़कें अधिक खराब होती हैं और यातायात जाम होता है.
नाशिक मनपा द्वारा खड्डे भरने का अभियान चलाया गया है, लेकिन कई स्थानों पर सड़क बनाने के बाद सील कोट न किए जाने के कारण वे कुछ ही दिनों में फिर से खराब हो रहे हैं. परिणामस्वरूप, सड़क निर्माण के फंड का भी अपव्यय हो रहा है और शहर के यातायात पर अतिरिक्त दबाव बन रहा है.
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भाजपा विधायकों ने खड्डों के मुद्दे पर अधिकारियों को घेरा, लेकिन मनपा आयुक्त मनीषा खत्री ने विधायकों से फंड की कमी की बात कही. उन्होंने कहा, हमारे पास निधि ही नहीं है, इसलिए कामों की गति वैसी नहीं है जैसी होनी चाहिए. मुख्य सड़कों के खड्डे तो भरे जा रहे हैं, लेकिन कॉलोनी सड़कों के लिए हम प्राक्कलन तैयार करके देते हैं, आप ही शासन से निधि लाकर दीजिए.