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Nashik News: नाशिक कुंभ मेले में इस बार लगभग 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. इसी दृष्टि से कार्य योजना बनाई जा रही है. पिछले कुछ दिनों में कई कार्यों के टेंडर जारी हुए हैं, कुछ कार्य शुरू हो चुके हैं, जबकि कुछ आगामी दिनों में शुरू होंगे. सभी कार्य समयसीमा के भीतर पूरे किए जाएंगे, ऐसी जानकारी नाशिक कुंभमेला प्राधिकरण के आयुक्त शेखर सिंह ने दी.
जिला परिषद कार्यालय में शुरू हुए कुंभमेला प्राधिकरण के कार्यालय में आज उन्होंने नाशिक के विभिन्न समाचार पत्रों के संपादक, ब्यूरो प्रमुख और पत्रकारों की बैठक आयोजित की. इस अवसर पर उन्होंने कुंभ मेले से संबंधित विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से योजना तैयार करने और कार्यों को शासकीय मंजूरी दिलाने का कार्य भी जारी है.
साथ ही इस बार के कुंभ मेले में अधिकतम तकनीकी उपयोग कैसे किया जा सकता है, इस दिशा में भी प्रयास चल रहे हैं. मंगलवार को मुंबई में कुंभमेला मंत्रीमंडल समिति की बैठक हुई. इसके बाद बुधवार को बताया गया कि 25 हजार करोड़ रुपये का आराखड़ा तैयार है और 7 हजार करोड़ रुपये का निधि भी मंजूर किया गया है. सिंह ने बताया कि कुंभ मेले में होने वाले कार्यों की गुणवत्ता जांचने के लिए थर्ड पार्टी ऑडिट कराया जाएगा, ताकि सभी काम उच्च दर्जे के हों.
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बैठक में गोदावरी नदी को प्रदूषणमुक्त करने पर भी चर्चा हुई और इस दिशा में कार्य शुरू हो चुका है. श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज की तर्ज पर टेंट सिटी बनाने की योजना है, जो त्र्यंबकेश्वर और नाशिक के समीप होगी. भीड़ प्रबंधन के लिए भी विशेष व्यवस्था की जा रही है. इस बार लक्ष्य शून्य गुमशुदगी, मृत्यु और दुर्घटना न हो इसखा ख्याल रखा जायेंगा. श्रद्धालुओं को सुखद अनुभव मिले, इसके लिए भी कई कदम उठाए जा रहे हैं और एक सामाजिक संस्था के साथ इस बारे में चर्चा जारी है, सिंह ने बताया कि इस कुंभ मेले से नाशिक की अर्थव्यवस्था को भी बड़ा प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है.






