नासिक पुलिस (pic credit; social media)
Maharashtra News: इस साल ईद-ए-मिलाद और अनंत चतुर्दशी एक साथ होने से नाशिक पुलिस के सामने सुरक्षा की बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। लगातार दो दिन चलने वाले उत्सव और जुलूस के कारण पुलिस को पूरे 48 घंटे सड़कों पर ड्यूटी करनी होगी। शहर में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए 2,500 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
शुक्रवार को ईद-ए-मिलाद और शनिवार को अनंत चतुर्दशी के अवसर पर शहर के अलग-अलग हिस्सों में भारी भीड़ जुटने की संभावना है। नाशिक में 700 से अधिक गणेश मंडल हैं, जिनके विसर्जन जुलूस में ढोल-ताशे, लेजिम और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हजारों की भीड़ उमड़ती है। इसके अलावा, राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन मंडलों के स्वागत के लिए मेहराब और पंडाल लगाते हैं, जिससे यातायात और भीड़ नियंत्रण पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन जाता है।
सहायक पुलिस आयुक्त संदीप मिटके ने बताया कि सुरक्षा के लिए चार पुलिस उपायुक्त, छह सहायक पुलिस आयुक्त, 47 निरीक्षक, 130 उपनिरीक्षक, 2,200 पुलिसकर्मी, 400 महिला पुलिसकर्मी, 1,100 होम गार्ड, और 250 महिला होम गार्ड की तैनाती की गई है। इसके अलावा, राज्य और केंद्रीय स्तर की तीन टुकड़ियां और बम निरोधक दस्ते की दो टीमें भी मौजूद रहेंगी।
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पुलिस आयुक्त संदीप कर्णिक ने बताया कि जुलूस मार्ग पर लगे सीसीटीवी कैमरों में अब एआई (AI) आधारित तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा, पुलिस के ड्रोन कैमरे भीड़ और गतिविधियों पर लगातार नजर रखेंगे। शहर पुलिस बल के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की 5 और 6 सितंबर की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। पुलिसकर्मियों को 48 घंटे तक ड्यूटी निभाने के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार किया गया है।
पुलिस प्रशासन का कहना है कि उनका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि दोनों उत्सव शांतिपूर्ण माहौल में पूरे हों। इसके लिए जुलूस समय पर शुरू हों और मार्ग में कोई बाधा न आए, इसकी विशेष निगरानी की जाएगी।