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बाजारगांव (सं.). बाजारगांव में शनिवार को इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव कंपनी में वेस्ट मटेरियल में आग लगने से बुरी तरह झुलसे एक मजदूर की मौत हो गई थी, वहीं एक अन्य के घायल हो गया था. अभी इस घटना की स्याही सूखी भी नहीं थी कि रविवार को फिर एक कंपनी में हाइड्रा मशीन के नीचे दबने से एक कर्मचारी की मौत हो गई. दोनों हादसों में मरने वालों के परिजनों को कंपनी की ओर से मुआवजे के तौर पर निधि देने की घोषणा की.
जानकारी अनुसार बाजारगांव में राम संस टीएमटी लोहा कंपनी है. कंपनी में टेक्निशियन पद पर कार्यरत अनिल पुंडलिक ढेरकर (43) रविवार को ड्यूटी पर था. अचानक वह हाइड्रा मशीन के नीचे वह दब गया. इस नजारे को देख वहां मौजूद अन्य कर्मचारी पहुंचे और अनिल को बाहर निकालकर कंपनी की एम्बुलेंस से नागपुर के एक निजी अस्पताल ले गए जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. वह वंडली (खुर्द) तह. काटोल निवासी था.
इस हादसे की जानकारी अनिल के परिजनों को मिलने के बाद वे आक्रोषित हो गये. पोस्टमार्टम होने के बाद परिजनों, कंपनी के कर्मचारी और परिसर के लोगों ने अनिल के शव को कंपनी के गेट के सामने रखकर मुआवजे और कंपनी में परिवार के एक सदस्य को स्थायी नौकरी देने की मांग प्रबंधन से की. इससे वहां कुछ देर के लिए तनाव की स्थिति निर्माण हो गई थी. स्थानीय पुलिस बल और दंगा नियंत्रण दल को वहां तैनात किया गया. सूत्रों के मुताबिक मृतक के परिजनों और कंपनी प्रबंधन के बीच समझौता होने के बाद अनिल का शव वहां से हटा लिया गया. सूत्रों के मुताबिक मृतक के परिजन को 7 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा कंपनी प्रबंधन द्वारा की गई है.
इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव कंपनी में शनिवार को वेस्ट मटेरियल डिस्पोज करते समय हुई घटनां में प्रतिक कलसकर निजी अस्पताल में इलाज के दरम्यान मृत्यु हो गई. इस घटना के लिए कंपनी प्रबंधन की ओर से महाव्यवस्थापक सोमेश्वर मुंदडा ने दुर्घटना में मृत प्रतिक कलसकर के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक के पिता नंदकिशोर कलसकर को 22 लाख रुपयों की सानुग्रह राशि का धनादेश सौंपा गया. यह जानकारी कंपनी के महाव्यवस्थापक सोमेश्वर मुंदडा द्वारा दी गयी.