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नागपुर. शहर में अब तक चल रही खटारा बसों में तमाम तरह की परेशानी और पर्यावरण के लिए नुकसानदेह साबित होने के बावजूद आवश्यक गति से सार्वजनिक परिवहन सेवा अंतर्गत आपली बस सेवा का कायाकल्प नहीं हो पाया है. हालांकि बसों के बेड़े में 40 एसी इलेक्ट्रिक बसों को तो शामिल किया गया, किंतु अभी भी 144 इलेक्ट्रिक एसी बसों का इंतजार है.
पर्यावरण की दृष्टि से इलेक्ट्रिक बसों को ही प्राथमिकता देने की नीति केंद्र सरकार की ओर से अपनाई गई है. फेम-2 अंतर्गत पीएमआई इलेक्ट्रिक बस कम्पनी से समझौता किया गया है. नवंबर 2022 में मेसर्स ईवी ट्रान्स प्रा. लि. कम्पनी से समझौता होने के बाद 40 इलेक्ट्रिक बसें बेड़े में शामिल हुई थीं. इसके लिए वाड़ी डिपो में 3 एकड़ जगह पर चार्जिंग स्टेशन बनाया गया.
हाल में पेश परिवहन विभाग के बजट में भविष्य की आपली बस के संचालन का ब्ल्यू प्रिंट रखा गया है. प्रस्ताव के अनुसार कुल 230 एसी इलेक्ट्रक बसों की योजना तैयार की जा चुकी है. इसके लिए वाठोड़ा स्थित 10 एकड़ पर 8 चार्जिंग स्टेशन तैयार करने का प्लान भी है. योजना भले ही आशादायी हो लेकिन मनपा की परियोजनाओं के अनुसार इसका हश्र न हो, यहीं उम्मीद लगाई जा रही है.
मनपा का परिवहन विभाग भले ही कई वर्ष से घाटे में चल रहा हो लेकिन जनता की सेवा के उद्देश्य से बदस्तूर संचालन जारी है. वर्तमान में बसों से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या प्रति दिन 1.61 लाख तक पहुंच गई है. मेट्रो के आने के बाद भी बसों के परिवहन पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ा है. परिवहन उपक्रम के संचालन के लिए शहर परिवहन निधि तथा राजस्व के अधिक बचत नियोजन के लिए राजस्व राखीव निधि के नाम से स्वतंत्र खाता खोला गया है.
कुल बस 493
स्टैंडर्ड बस 237
इलेक्ट्रिक 61
मिनी 45
मिडी 150