फुटाला तालाब के निकट सरकारी जमीन पर अनधिकृत निर्माण। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: फुटाला के निकट पशु एवं मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय की भूमि पर कब्जा करके अवैध निर्माण के आरोप में गिट्टीखदान पुलिस ने पूर्व पार्षद कमलेश चौधरी, उनकी मां और चाचा के खिलाफ मामला दर्ज किया। पुलिस ने प्रमोद कुमार विश्वासराव तायडे (53, वेलकम सोसाइटी) की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया।
पुलिस के अनुसार, फुटाला झील के समीप स्थित पशु एवं मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय को तेलंगखेड़ी की खसरा संख्या 20 की भूमि को सरकार द्वारा 16 अप्रैल 2005 को हस्तांतरित किया गया था। लेकिन कमलेश दिलीप चौधरी, मीना दिलीप चौधरी, मुकेश दिलीप चौधरी ने उस पर अतिक्रमण किया। उन्होंने वहां एक लॉन का निर्माण, आवासीय भवन और एक विवाह समारोह के लिए शुरू कर रखा था।
फुटाला विरासत श्रेणी में आता है और इस पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर इसे व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया गया है। बताया गया कि इसके लिए उन्होंने नागपुर महानगर पालिका से अनुमति भी नहीं ली थी। बता दें कि इस मुद्दे को लेकर समाजसेविका ज्वाला धोटे ने भी आंदोलन किया था और इस मुद्दे को शरह कांग्रेस के विकास ठाकरे ने कई बार उठाया है।
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इस बीच, प्रमोद तायडे ने शिकायत की थी कि इससे विश्वविद्यालय की शिक्षा और शोध गतिविधियों में बाधा आ रही है। पुलिस ने महाराष्ट्र क्षेत्रीय एवं नगर नियोजन अधिनियम तथा पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया है। आगे की जांच पुलिस कर रही है।
बता दें कि इसके पूर्व भी गिट्टीखदान थानांतर्गत कांग्रेस पार्षद कमलेश चौधरी पर एक वृद्ध बिल्डर धंतोली निवासी प्रकाश खूबचंद जैन (70) की शिकायत पर जबरन उनकी जमीन कब्जा करने और उनके कर्मचारी से मारपीट का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने कमलेश के साथ मौजूद अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया था। मामला 2021 का है।