सफाई कर्मचारी ने की आत्महत्या (AI Generated Photo)
Nagpur News: नागपुर महानगरपालिका के आशीनगर जोन में कार्यरत सफाई कर्मचारी राजू उपाध्याय (57) ने बुधवार की दोपहर जागृतिनगर स्थित अपने आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में लिखा है कि उसने यह कदम आशीनगर जोन के अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित किए जाने के कारण उठाया। इससे मनपा में हड़कंप मच गया है।
आशीनगर जोन के अधिकारियों की नींद उड़ गई है। मृतक के भतीजे शुभम उपाध्याय ने जरीपटका थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शुभम द्वारा पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार सीवेज लाइन के चैंबर का ढक्कन राजू उपाध्याय के पैरों पर गिर गया था। इस वजह से वह काम पर नहीं जा रहे थे। उन्होंने आशीनगर जोन के अधिकारियों के पास छुट्टी का आवेदन भी दिया था।
वे हमेशा कहते थे कि उनके साथ काम में भेदभाव किया जा रहा है। राजू उपाध्याय बुधवार की दोपहर करीब 12.30 बजे घर आए। वे सीधे ऊपरी मंजिल पर अपने कमरे में गए। वहां उन्होंने फांसी लगा ली। इसका पता चलते ही परिजनों ने उन्हें नीचे उतारा और नजदीकी अस्पताल ले गए जहां से उन्हें मेयो रेफर कर दिया। मेयो ले जाने पर डॉक्टर ने जांच कर राजू को मृत घोषित कर दिया।
कर्मचारी के आत्महत्या को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस को राजू उपाध्याय के हस्ताक्षर वाला एक सुसाइड नोट भी मिला जो वायरल हो गया। इसमें उन्होंने कुछ अधिकारियों के नाम लेते हुए कहा है कि वे हमेशा उन्हें ‘टारगेट’ बनाते थे। उन्होंने यह भी कहा है कि दूसरे लोगों का काम भी उन पर थोपा जा रहा था और कुछ सहकर्मियों के नाम लिए हैं। पुलिस इस सुसाइड नोट की जांच कर रही है।
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इस घटना से यह बात उजागर हुई है कि सीमित मानव संसाधन के कारण अतिरिक्त जिम्मेदारियां, जिनमें राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का काम भी शामिल है, मनपा के अधिकारियों और कर्मचारियों की मानसिकता और स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल रही हैं। मनपा के अधिकारियों और कर्मचारियों की जेबों में हृदय रोग और रक्तचाप नियंत्रण की गोलियां दिखाई देती हैं जिससे उन पर तनाव का असर साफ नजर आ रहा है।