धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस पर सुरक्षा-व्यवस्था (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Dhammachakra Pravartan Day: धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस पर आने वाले लाखों अनुयायियों की सुविधा, व्यवस्था और सुरक्षा के लिए कुछ अति महत्वपूर्ण विषयों पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता के संबंध में अंबेडकर जनता के माध्यम से ज्ञापन दिया गया। वर्तमान स्थिति को देखते हुए, नगर प्रशासन हर वर्ष 1000-1050 अस्थायी शौचालय और स्नानघर बनवाता है। दीक्षाभूमि क्षेत्र में 100, माता कचहरी क्षेत्र में 350, आईटीआई क्षेत्र में 250 और जेल क्षेत्र में 300 शौचालय और स्नानघर हैं। यह सुविधा हर वर्ष कम होती जा रही है। हालांकि, इस बार यह संख्या बढ़ने के बजाय कम होने वाली है।
चूंकि जेल क्षेत्र के साथ-साथ आईटीआई क्षेत्र में भी दीवार का काम चल रहा है, इसलिए शौचालय और स्नानघर को लेकर असुविधा होगी।हर साल भीड़भाड़ के कारण दीक्षाभूमि क्षेत्र में जगह की कमी हो जाती है। इसलिए, इस समय अस्थायी शौचालयों और स्नानगृहों की संख्या कम से कम 1500 से 2000 होना आवश्यक है। हालांकि, प्रशासन ने इसके लिए वैकल्पिक स्थान तैयार करने के संबंध में कोई निर्देश या निर्देश जारी नहीं किए हैं। इस मुद्दे पर प्रशासन द्वारा अभी तक कोई समीक्षा बैठक नहीं की गई है।
यह मामला बहुत गंभीर है और माननीय जिला कलेक्टर ने तुरंत मुख्यमंत्री, आयुक्त और अन्य संबंधित संस्थाओं की एक संयुक्त बैठक बुलाई है ताकि जेल परिसर और आईटीआई में शौचालय और स्नानघर के निर्माण की तुरंत योजना बनाई जा सके। बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए, दीक्षाभूमि क्षेत्र में कीचड़ को रोकने के लिए अभी से बोल्डर तोड़े जाने चाहिए। दीक्षाभूमि क्षेत्र में सरकारी और अर्ध-सरकारी इमारतों और स्कूलों को अनुयायियों को आश्रय देने के लिए खोला जाना चाहिए।
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साथ ही, दीक्षाभूमि क्षेत्र में कृषि विभाग, रामदासपेठ, लक्ष्मी नगर के मैदान में टेंट लगाए जाने चाहिए। माननीय जिला कलेक्टर को मानवाधिकार संरक्षण मंच, फ्रेंड्स ह्यूमन वेलफेयर सोसाइटी, प्रियदर्शी सम्राट अशोक सोसाइटी, एनएनबीवाई, ब्लू कैनवास फाउंडेशन, इंदौरा मॉडल टाउन, उरुवेला कॉलोनी बुद्ध विहार समिति द्वारा एक ज्ञापन सौंपा गया था।
ज्ञापन देते समय मुख्य रूप से आशीष फुलझेले, विक्रांत गजभिये, जीतू बंसोड़, शालिनी दुबे, राज रक्षित, धर्मपाल आवले, अनिकेत कुट्टरमारे, विशाल मानकर, पीयूष मेश्राम, कविश सिस्ले, सौरभ जामगाड़े, निशाद इंदुरकर, गौरव सहारे, वैभव बोरकर, मोस्ट हिरेखान, रोहित गनेर, मनीष साल्वे, आशीष निसवाड़े, राहुल मेश्राम, अंकित थुल, संघशील आदि उपस्थित थे। धम्मशील भिवगडे, सचिन रामटेके और अन्य मौजूद थे।