(कॉन्सेप्ट फोटो)
Maharashtra Rain Alert: महाराष्ट्र में मानसून के इस वर्ष के आखिरी चरण में भी बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। मई के आखिर से ही राज्य में बारिश ने जोरदार दस्तक दी थी। इसके बाद जून, जुलाई और अगस्त के महीनों में भी बारिश ने कहर बरपाया। माना जा रहा था कि सितंबर में मानसून कमजोर पड़ेगा, लेकिन इस दौरान विदर्भ, मराठवाड़ा समेत कई जिलों में भारी बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति देखने को मिली। इससे किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ।
अब, जब अक्टूबर की शुरुआत के साथ ही दक्षिण-पश्चिम मानसून के विदाई लेने की उम्मीद जताई जा रही थी, तब मौसम विभाग ने नया अलर्ट जारी किया है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 15 अक्टूबर से राज्य में एक बार फिर भारी बारिश (Thunderstorm) का दौर शुरू हो सकता है।
इस संभावित बारिश को देखते हुए राज्य सरकार ने किसानों से अपील की है कि वे अपनी कटी हुई फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रखें और उन्हें बारिश या तेज हवाओं से बचाने की तैयारी करें।
मौसम विभाग के अनुसार, 15 से 18 अक्टूबर के बीच विदर्भ, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में दोपहर के बाद भारी बारिश और गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। कुछ इलाकों में बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं।
राज्यातील हवामानात परत एकदा बदल अपेक्षित असून १५ ते १८ ऑक्टोबरदरम्यान विदर्भ, मराठवाडा आणि मध्य महाराष्ट्रात ढगाळ हवामान आणि दुपारनंतर वादळी पाऊस होण्याची शक्यता आहे.
शेतकऱ्यांनी हवामानाच्या स्थितीनुसार नियोजन करावे आणि काढणी केलेली पिके वादळी पाऊस आणि वाऱ्यापासून सुरक्षित… pic.twitter.com/ZHanlAvSHe — MAHARASHTRA DGIPR (@MahaDGIPR) October 12, 2025
वहीं, खानदेश और पश्चिम महाराष्ट्र में भी जोरदार बारिश की सरी बरस सकती हैं। पिछले कुछ दिनों से राज्य के कई हिस्सों में मौसम पूरी तरह शुष्क था, जिससे ऐसा लग रहा था कि मानसून ने राज्य से विदाई ले ली है, लेकिन अब मौसम में अचानक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
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मुंबई और पुणे सहित मराठवाड़ा में भारी बारिश के बाद उम्मीद की जा रही थी कि अक्टूबर में बारिश का दौर समाप्त हो जाएगा। मुंबई में तो मौसम विभाग ने आधिकारिक तौर पर मानसून की विदाई की घोषणा भी कर दी थी। 2 अक्टूबर तक राज्य के कई हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश होती रही। पहले यह अनुमान था कि 5 या 6 अक्टूबर तक मानसून पूरी तरह लौट जाएगा।
हालांकि, इसी बीच 3 अक्टूबर को महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों के पास एक शक्तिशाली चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र सक्रिय हुआ था। आपत्ती प्रबंधन विभाग ने उस समय जिला प्रशासन को सतर्क रहने और आपात तैयारी बनाए रखने के निर्देश दिए थे। अब एक बार फिर राज्य में बिजली, गरज और तेज हवाओं के साथ बारिश लौटने की संभावना है, जिससे किसानों और नागरिकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।