
उद्यमियों की समस्याओं का होगा समाधान। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: विदर्भ में विभिन्न क्षेत्रों में हस्ताक्षरित समझौतों को प्रत्यक्ष निवेश में परिवर्तित किया जाना चाहिए। उद्यमियों के समक्ष आने वाली समस्याओं का समाधान के लिए जिला एवं संभाग स्तर पर विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। इसलिए उद्यमियों ने इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश करना चाहिए, यह अपील विभागीय आयुक्त विजयलक्ष्मी बिदरी ने की है।
गुरुवार को उद्योग सह संचालक कार्यालय द्वारा संभाग स्तरीय निवेश सम्मेलन-2025 का आयोजन यहां नियोजन भवन के सभागार में किया गया। इस सम्मेलन में विभागीय आयुक्त बिदरी की मुख्य उपस्थिति में 152 उद्यमियों के बीच 6 हजार 100 करोड़ रुपये के समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। उस समय वे मार्गदर्शन करते हुए बोल रही थीं।
इस अवसर पर उद्योग विभाग के सह संचालक गजेंद्र भारती, चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष जुल्फेश शाह, हिंगना एमआईडीसी एसोसिएशन के अध्यक्ष पी. मोहन, बुटीबोरी एमआईडीसी एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. किशोर मालवीय, मैत्री समन्वय अधिकारी भास्कर मोराडे, सिडबी के सहायक महाप्रबंधक संतोषराव मोरे, महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम के क्षेत्रीय अधिकारी मनोहर पोटे, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक एस. एस. मुद्दमवार समेत उद्यमी, निवेशक इस समय बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

नागपुर संभाग निवेशक सम्मेलन में गोंदिया के एक्सलोपैक इंडिया लिमिटेड इस हाईटेक पेपर उद्योग और पैकेजिंग क्षेत्र की कंपनी ने 950 करोड़ रुपये का निवेश किया है। शशांक मिश्रा ने पेपर उद्योग में 225 करोड़ रुपये के निवेश करने को लेकर जानकारी दी। इन्वेंटिस रिसर्च कंपनी ने बुटीबोरी में फार्मास्यूटिकल और केमिकल विनिर्माण क्षेत्र में 700 करोड़ रुपये, होटल ताज गेटवे (पीडी प्रॉपर्टीज) पर्यटन क्षेत्र में 400 करोड़ रुपये, हयात होटल्स (रचना प्रॉपर्टीज) पर्यटन क्षेत्र में 300 करोड़ रुपये, फेयर वैल्यू हॉस्पीटैलिटी क्षेत्र में 131 करोड़ 30 लाख रुपये, होटल हिलटॉन ने पर्यटन क्षेत्र में 175 करोड़ रुपये, विठोबा से 100 करोड़ रुपये समेत 125 उद्योगपतियों ने 6 हजार 100 करोड़ रुपये के समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
इस समय विभागीय आयुक्त बिदरी ने कहा, औद्योगिक निवेश के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करते हुए उद्यमियों को सुगम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। दावोस में आयोजित विश्व आर्थिक मंच में प्रदेश में 15.60 लाख करोड़ रुपये के एमओयू हस्ताक्षरित हुए हैं। जिला स्तर पर निवेशकों को आकर्षित करने के लिए उद्यमियों को रेड कार्पेट सहित सभी आवश्यक सुविधाएं प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराई जाने की बात बिदरी ने कही।
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नागपुर संभाग सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश किया जा रहा है। पर्यटन और उद्योग में भारी निवेश हो रहा है। गढ़चिरौली जिला स्टील हब के रूप में विकसित हो रहा है और यहां भारी मात्रा में निवेश किया जा रहा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 100 दिवसीय विशेष कार्ययोजना कार्यक्रम की घोषणा की है। उद्यमियों और निवेशकों की समस्याओं के समाधान को प्राथमिकता दी गई है। इसके तहत जिला स्तर पर जिला कलेक्टर और संभागीय स्तर पर विभागीय आयुक्त मुद्दों की समीक्षा करेंगे और उद्यमियों की समस्याओं का समाधान करेंगे, ऐसा विभागीय आयुक्त बिदरी ने कहा।

उद्योग विभाग के सह संचालक गजेंद्र भारती ने स्वागत किया तथा परिचयात्मक भाषण देते हुए उन्होंने कहा, दावोस सम्मेलन में विदर्भ के लिए 7 लाख करोड़ रुपये के समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। जिसमें नागपुर जिले के लिए 1 लाख 6 हजार करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। जिसके बाद हर जिले में उद्योग विभाग लघु एवं मध्यम क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए प्रयास कर रहा है। संभाग में औद्योगिक, पर्यटन, सूचना प्रौद्योगिकी, लॉजिस्टिक्स और सेवा क्षेत्र सहित विभिन्न उद्योगों में निवेश के लिए अनुकूल माहौल है। सरकार व्यवसाय करने में आसानी के लिए पारदर्शिता ला रही है।
वहीं मैत्री अधिनियम पारित हो गया है। चूंकि इसका क्रियान्वयन मैत्री पोर्टल के माध्यम से किया जा रहा है। उद्यमियों को सभी सुविधाएं एकल खिड़की के माध्यम से मिल रही हैं, यह बात भी इस अवसर पर उद्योग सह संचालक भारती ने कही। विभिन्न क्षेत्रों में उद्योग शुरू करने के लिए समझौता ज्ञापन के बाद लगभग 80 से 90 प्रतिशत उद्यमियों ने वास्तव में अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू कर दिया है। उद्यमी नागपुर की ओर आकर्षित हो रहे हैं। क्योंकि यह परिवहन और संचार की दृष्टि से केंद्रीय स्थान पर स्थित है। भारत में पहला आधुनिक कागज उद्योग शुरू करने वाले ज़ेलोपैक इंडिया लिमिटेड के शशांक मिश्रा और इन्वेंटरी रिसर्च कंपनी के डॉ. दीपक बिरेवार ने प्रचुर मात्रा में एक्सपर्ट मैनपावर उपलब्ध कराने की बात कही। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन उद्योग विभाग के महाप्रबंधक एस. एस. मुद्दमवार ने किया।






