नागपुर के स्पोर्ट्स हब, कमिश्नर कार्यालय हरित भवन के आदर्श बने (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: नवनिर्मित खेल परिसर में स्पोर्ट्स हब, संभागीय आयुक्त कार्यालय और जिला कलेक्टर कार्यालय के बारह मंजिला ट्विन टावरों को न केवल निर्माण की गुणवत्ता के मामले में बल्कि सौर ऊर्जा के उपयोग के मामले में भी ग्रीन बिल्डिंग के रूप में जाना जाना चाहिए।
इस संबंध में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने निर्देश दिया कि भवन के निर्माण के प्रत्येक चरण में सावधानी बरती जाए। मुख्यमंत्री फडणवीस ने पालकमंत्री बावनकुले के साथ विभिन्न निर्माण परियोजनाओं का दौरा और निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज मानकापुर स्थित विभागीय क्रीड़ा संकुल और आयुक्त कार्यालय में बनाए जा रहे आयुक्त कार्यालय और कलेक्टर कार्यालय के बारह मंजिला जुड़वा टावरों के निर्माण का व्यक्तिगत रूप से दौरा और निरीक्षण किया। इस अवसर पर उनके साथ पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, विभागीय आयुक्त विजयलक्ष्मी बिद्री, जिला कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर, सार्वजनिक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता दिनेश नंदनवार, अधीक्षक अभियंता जनार्दन भानुसे, कार्यकारी अभियंता अभिजीत कुचेवार, क्रीड़ा विभाग के उपनिदेशक शेखर पाटिल, उपविभागीय अभियंता प्रशांत शंकरपुरे और अन्य विभाग प्रमुख उपस्थित थे।
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हमने नागपुर स्थित विधि विश्वविद्यालय के भवन के डिजाइन में ऊर्जा आत्मनिर्भरता को अपनाया। सतत विकास और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से, खेल परिसर और कमिश्नरी का निर्माण शून्य होना चाहिए, अर्थात ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर होना चाहिए। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमें इस परिसर के कार्यालय के लिए आवश्यक बिजली सौर ऊर्जा के माध्यम से उपलब्ध कराने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ये सभी इमारतें सभी हरित भवन मानकों को पूरा करेंगी तथा जल पुनः उपयोग के मामले में आदर्श मानक बनेंगी। उन्होंने कहा कि इन सभी भवनों का निर्माण हर हाल में निर्धारित अवधि में पूरा किया जाना चाहिए।