महायुति में फूट, राकां-रिपाई-पीरिपा एक साथ आए
Nagpur Municipal Election: नागपुर मनपा चुनाव को लेकर महायुति में स्पष्ट फूट सामने आ गई है। भारतीय जनता पार्टी ने नागपुर में केवल शिंदे गुट की शिवसेना के साथ चर्चा कर कुछ सीटों पर सहमति बनाई, जबकि राकांपा (अजीत पवार गुट) से बातचीत तक नहीं की। इसके चलते नागपुर में महायुति का समीकरण टूट गया है। बीजेपी-शिंदे सेना के अलग गठबंधन के बाद राकांपा ने रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले गुट) और पीपल्स रिपब्लिकन पार्टी (पीरिपा) को साथ ले लिया है।
साथ ही वंचित बहुजन आघाड़ी को भी साथ जोड़ने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं, ताकि बीजेपी-शिंदे सेना को कड़ी चुनौती दी जा सके। शनिवार को राकांपा के गणेशपेठ स्थित कार्यालय में इन दलों की बैठक हुई, जिसमें गठबंधन का निर्णय लिया गया। सीटों के बंटवारे पर 28 दिसंबर को अंतिम चर्चा होगी।
भाजपा द्वारा रिपाई (आठवले गुट) को एक भी सीट न देने के निर्णय के बाद पार्टी के शहर अध्यक्ष विनोद थुल ने राकांपा से संपर्क किया। बातचीत के बाद रिपाई 10 से 12 सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार हो गई है। हालांकि, पार्टी ने स्पष्ट किया कि वह महायुति से बाहर किसी अन्य दल से गठबंधन नहीं करेगी, लेकिन भाजपा-शिंदे सेना द्वारा अनदेखी के चलते राकांपा से नजदीकी बढ़ाई गई है।
वहीं वंचित बहुजन आघाड़ी अभी दुविधा में नजर आ रही है। पार्टी के चुनाव प्रभारी अनिकेत मून ने राकांपा से चर्चा जरूर की है, लेकिन स्पष्ट सहमति नहीं दी। चुनाव निरीक्षक कुशल मेश्राम ने भी कहा कि अंतिम निर्णय पार्टी प्रमुख बालासाहब आंबेडकर ही लेंगे।
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पीपल्स रिपब्लिकन पार्टी के प्रमुख जोगेंद्र कवाडे ने दावा किया कि उनकी पार्टी शिंदे सेना के साथ है और उसने 11 सीटों की मांग की है। वहीं दूसरी ओर, पीरिपा के चुनाव प्रभारी गोस्वामी ने बताया कि राकांपा (अजीत पवार गुट) के साथ 27 सीटों पर बातचीत हुई है, जो बढ़कर 42 तक जा सकती है। इससे साफ है कि पीरिपा दोनों पक्षों में अपनी संभावनाएं तलाश रही है।