
वंदे भारत (सौजन्य-IANS)
Vande Bharat 16 Coaches: ट्रेन 20912/11 नागपुर-इंदौर-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस 24 नवंबर से 16 कोच की रैक के साथ दौड़ेगी। पहले इस वंदे भारत में 8 ही कोच थे। उल्लेखनीय है कि पहले इस ट्रेन के अतिरिक्त कोच इंदौर तक भेजे गए थे, लेकिन तकनीकी कारणों से रैक को वापस दिल्ली भेज दिया गया था। इसके चलते कोच वृद्धि का निर्णय लंबित था। अब रेलवे ने इसे मंजूरी दे दी है। ट्रेन के 16 कोच के साथ संचालन की आधिकारिक तैयारी अंतिम चरण में है।
इंदौर वंदे भारत में कोच बढ़ाने के लिए जेडआरयूसीसी सदस्य ब्रजभूषण शुक्ला द्वारा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मध्य रेल के महाप्रबंधक और मंडल प्रबंधक से निवेदन किया गया था। शुक्ला ने कहा कि यह यात्रियों के हित में बड़ा कदम है। साथ ही उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आगामी दिनों में नागपुर-पुणे वंदे भारत एक्सप्रेस में भी कोच बढ़ाने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि उक्त वंदे भारत पहले इंदौर और भोपाल के बीच ही परिचालित की जाती थी लेकिन केवल 20 प्रतिशत ही यात्री मिलने से इसका विस्तार नागपुर तक किया गया। इसके बाद इस वंदे भारत में की बुकिंग 100 प्रतिशत का आंकड़ा छू चुकी है।
ऐसे में देश भर की विभिन्न वंदे भारत में कोच बढ़ाने के निर्णय में इस ट्रेन को शामिल किया गया। यह ट्रेन बैतूल, इटारसी, भोपाल और उज्जैन होते हुए इंदौर पहुंचती है। शुरुआत से ही इस वंदे भारत को नागपुर से बड़ी संख्या में यात्री मिलते रहे हैं।
यह भी पढ़ें – बन चुका था प्लान! शादी समारोह में चाकूबाजी, पहले स्ट्रीट वेंडर, फिर युवक पर किया हमला, 7 पर दर्ज FIR
मेट्रो यात्रियों की सुविधा के लिए महामेट्रो द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। मेट्रो टिकट खरीदने के लिए डिजिटल माध्यमों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। बड़ी संख्या में यात्री मोबाइल एप और महाकार्ड के माध्यम से टिकट की राशि का भुगतान कर रहे हैं। भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से यात्रियों के लिए महाकार्ड जारी किया गया है। अब तक 1,27,397 नागरिकों को महाकार्ड प्राप्त हो चुका है।
महामेट्रो ने यात्रा सुविधा के लिए ईएमवी स्मार्ट कार्ड आधारित ओपन लूप ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन (एएफसी) प्रणाली को अपनाया है और इसे नागपुर के सभी मेट्रो स्टेशनों पर लागू किया गया है। हर महीने औसतन 2200 महाकार्ड बेचे जाते हैं। इस प्रणाली से यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने और उतरने के लिए मेट्रो स्टेशन के ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन (एएफसी) गेट पर केवल अपना कार्ड टैप करना होता है और इसके जरिए कार्ड से यात्री का किराया कट जाता है।
महाकार्ड और अत्याधुनिक एएफसी प्रणाली पूरी तरह सुरक्षित और पारदर्शी है। जब तक आप यात्रा करते हैं कार्ड से उतना ही किराया लिया जाता है और किसी भी तरह की अनियमितता नहीं होती है। ईएमवी मानक पर आधारित स्मार्ट कार्ड यात्रा खर्च के लिए सबसे अच्छा समाधान है।






