वन विभाग की कार्रवाई (सौजन्य-नवभारत)
Hingna Forest Range: हिंगना वन परिक्षेत्र में नागपुर वन विभाग की टीम ने तेंदुआ का शिकार करने वाले 3 शिकारियों को गिरफ्तार कर लिया। वर्धा वन विभाग से प्राप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई। हिंगना के मौजा-भिवकुंड में तेंदुआ के शिकार की सूचना मिलने पर वन परिक्षेत्र अधिकारी एसजी कर्णासे और उनकी टीम मौके पर पहुंची। टीम ने उक्त ठिकाने का निरीक्षण किया।
मौजा-भिवकुंड में शिकार करने वाले पहले संदिग्ध को टीम ने ढूंढकर हिरासत में ले लिया। साथ ही शिकार में इस्तेमाल किए गए हथियार और अन्य सामग्री भी जब्त की गई। दूसरे संदिग्ध को वन विभाग ने जाल बिछाकर बूटीबोरी में दबोचा। वहीं तीसरा संदिग्ध देर रात भिवापुर तहसील के मौजा-खंडालझरी से पकड़ा गया।
तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपियों को 12 दिसंबर तक फॉरेस्ट कस्टडी में भेज दिया है। उप वन सरंक्षक डॉ. विनीता व्यास के मार्गदर्शन में सहायक वन संरक्षक यश सुमेरकुमार काले, हिंगना की वन परिक्षेत्र अधिकारी शीतल कर्णासे, वन रक्षक आनंद तिडके, लता मांढलकर, प्रीति नेवारे समेत अन्य फील्ड स्टाफ ने कार्रवाई को अंजाम दिया।
डब्ल्यूसीसीबी द्वारा वन विभाग को बूटीबोरी में तेंदुआ की खाल की तस्करी किए जाने की गुप्त जानकारी मिली थी। सूचना के आधार पर बूटीबोरी में जाल बिछाकर 4 आरोपियों को तेंदुआ की खाल के साथ गिरफ्तार किया गया। गुरुवार को तस्करों को प्रथम श्रेणी न्याय दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपियों को 2 दिन की फॉरेस्ट कस्टडी में रखने के आदेश दिया।
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नागपुर वन विभाग और डब्ल्यूसीसीबी पिछले 2 दिनों से तस्करी में शामिल आरोपियों पर नजर रख रहे थे। जाल बिछाकर तस्करों को गिरफ्तार किया गया। उप वन संरक्षक डॉ. विनीता व्यास के मार्गदर्शन में सहायक वन संरक्षक मनोज धनविजय, डब्ल्यूसीसीबी टीम, बूटीबोरी के वन परिक्षेत्र अधिकारी प्रमोद वाडे, वनपाल एलएन माहुरे, महादेव मुंडे, गणेश जाधव, शिवराज बरडे, गजानन गरके, अजय धुर्वे, प्रशिक पाटिल समेत अन्य कर्मचारियों ने कार्रवाई को अंजाम दिया। आगे की जांच एसीएफ धनविजय कर करे हैं।
वन विभाग ने तस्करों से तेंदुआ की खाल, चीतल के पैर, काले हिरण के सींग, काले हिरण की खाल, मोर के पैर, खोपड़ी के साथ चीतल के सींग, कछुआ का खोल, बंदर की खोपड़ी, चील की खोपड़ी और हड्डियां, जंगली सुअर का दांत, बाघ के दांत समेत अन्य वन्यजीवों के अंग जब्त किए हैं।