कूलिंग चार्ज के नाम पर ठगे जा रहे ग्राहक। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: शहर में गर्मी के सीजन में कूलिंग चार्ज का गोरखधंधा जोर-शोर से चल रहा है। इससे उपभोक्ताओं की हर दिन हजारों रुपए से जेब काटी जा रही है। वहीं दुकानदार ठंडे के नाम पर अपनी जेब गरम कर रहे हैं। लोगों से दुकानदार पानी से भरी बोतल और कोल्ड ड्रिंक्स की बोतल पर 5 रुपए तक अतिरिक्त चार्ज ले रहे हैं। इसके साथ ही अन्य शीतल पेय पर भी उपभोक्ताओं की जेब ढीली हो रही है।
शासन-प्रशासन स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं होने से दुकानदारों के हौसले बुलंद हैं। दरअसल, शीतल पेय सामग्री के दुकानदारों से यदि कोई एमआरपी से अधिक वसूलने की शिकायत भी करता है तो दुकानदार खरीदार से कहते हैं कि एमआरपी पर केवल गर्म बोतल ही दी जाएगी। यदि ठंडी बोतल चाहिए तो एक्स्ट्रा रुपए देने ही पड़ेंगे। सरकार द्वारा कार्रवाई के निर्देश देने के बावजूद बिना खौफ दुकानदारों द्वारा धड़ल्ले से एक्स्ट्रा चार्ज वसूलना जारी है।
पेय पदार्थों के डिस्ट्रीब्यूटरों के अनुसार शीतल पेय पदार्थों को ठंडा बेचने का प्रावधान है। इसके लिए कंपनी की तरफ से व्यापारी को पहले ही छूट दी जाती है। व्यापारी या दुकानदार एमआरपी से भी ज्यादा पैसे कूलिंग चार्ज के नाम नहीं ले सकता है। कोई ऐसा करता है तो संबंधित विभाग को उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप के पास चाय-नाश्ते की दुकानों व पान ठेलों में ठंडे के नाम पर जमकर वसूली होती है।
यह स्थिति शहर की हर छोटी-बड़ी दुकानों के साथ ही पूरे ग्रामीण इलाकों में भी है। ग्रामीण एवं छोटी जगहों पर स्थिति और खराब है। वहां तो नकली कोल्ड ड्रिंक्स और पानी से भरी बोतल बेची जा रही हैं। उन पर दुकानदार मनमाना रेट डालकर बेच रहे हैं। इस बारे में लोगों का कहना है कि कोल्ड ड्रिंक्स की बोतल के अलावा घटिया किस्म की पानी की बोतलें भी बेची जा रही हैं। इस व्यवसाय से जुड़े लोगों के मुताबिक शहर में हर दिन करीब 20,000 से अधिक कोल्ड ड्रिंक्स की बोतलें बेची जाती हैं। इससे ग्राहकों को बड़ा नुकसान कूलिंग चार्ज के नाम पर होता है। इस तरह के कुछ मामलों की शिकायत संबंधित विभाग में होने के बाद भी कार्रवाई नहीं होती।