छत्रपति पर आपत्तिजनक टिप्पणी। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: धर्मवीर छत्रपति संभाजी राजे के जीवन पर आधारित फिल्म ‘छावा’ को लेकर महाराष्ट्र में आपत्तियां और कुछ विवाद जारी हैं। नागपुर के प्रशांत कोरटकर नामक एक व्यक्ति का अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ है। अब नागपुर में मराठा समुदाय ने इस पर आक्रामक रुख अपना लिया है।
इसके साथ ही छावा संगठन ने संबंधित व्यक्ति का मुंह काला करने की चेतावनी दी है। बुधवार शाम को मराठा समाज की ओर से राजे मुधोजी भोसले के महल में एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में आरोपी के बयान को लेकर कड़ी आपत्ति जताई गई। इसके बाद श्री शिवराज्याभिषेक समारोह समिति ने कोतवाली थाने में जाकर आरोपी पर कार्रवाई करने की मांग लेकर ज्ञापन सौंपा।
छत्रपति शिवाजी महाराज और छत्रपति संभाजी महाराज के बारे में आपत्तिजनक बयान देकर इतिहासकार इंद्रजीत सावंत को गालीगलौच के आरोपी में यूट्यूबर प्रशांत कोरटकर को किसी भी समय गिरफ्तार किया जा सकता है। कोल्हापुर पुलिस की एक टीम कोरटकर को गिरफ्तार करने के लिए नागपुर रवाना हो गई है, यह जानकारी कोल्हापुर के पुलिस अधीक्षक महेंद्र पंडित ने दी।
इतिहास के विद्वान इंद्रजीत सावंत ने हाल ही में फिल्म छावा पर अपने विचार रखे थे। जिसके बाद प्रशांत कोरटकर ने सावंत को फोन करके सीधे तौर पर धमकी दी तथा उन पर ब्राह्मण समुदाय से नफरत करने का आरोप लगाया, यह दावा सावंत ने किया है। सावंत ने इस बारे में फेसबुक पर एक ऑडियो क्लिप साझा की है, जिसमें ‘जहां हो वहां हम ब्राह्मणों की ताकत दिखाते हैं, फिर तुम जितने मराठे इकट्ठा कर सकते कर लो’ यह कहते हुए कोरटकर ने सावंत को अपशब्द कहे। वहीं कोरटकर ने सावंत को घर पर घुसकर जान से मारने की धमकी फोन पर दी।
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इतिहासकार इंद्रजीत सावंत को कथित तौर पर गालियां देने और कोल्हापुर आकर जान से मारने की धमकी देने के मामले में प्रशांत कोरटकर के नागपुर स्थित आवास के बाहर बुधवार को तनावपूर्ण स्थिति बनी रही। सकल मराठा महासंघ के कार्यकर्ताओं ने कोरटकर के घर के बाहर प्रदर्शन किया, जिसके बाद बेलतरोडी पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी।
सकल मराठा महासंघ के कार्यकर्ताओं ने बुधवार सुबह कोरटकर के बेसा मार्ग स्थित मनीष नगर स्थित आवास के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने कोरटकर की तत्काल गिरफ्तारी और सार्वजनिक माफी की मांग की। प्रदर्शन के बाद, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांत कराया।
कोरटकर ने आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने दावा किया है कि उनकी आवाज को ‘मॉर्फ’ किया गया है। उन्होंने कहा कि उनका गृह मंत्रालय में राजनीतिक प्रभाव है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, नागपुर पुलिस ने कोरटकर के घर को सुरक्षा प्रदान की है। एक पुलिस उपनिरीक्षक, दो पुलिस कर्मी और दो होम गार्ड सहित सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। पुलिस ने यह कदम कोरटकर द्वारा सुरक्षा मांगे जाने से पहले ही उठाया, जिससे लोगों में आश्चर्य है।
इस घटना ने राज्य में आक्रोश पैदा कर दिया है, कई लोग कोरटकर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कोरटकर के दावों की भी जांच कर रही है।