प्रन्यास अधिकारी पर पोती कालिख (सौजन्य-नवभारत)
Nagpur News: प्रन्यास अधिकारी को कालिख पोतने की खबर से प्रन्यास के न केवल मुख्यालय बल्कि जोनल कार्यालयों में भी हड़कंप मच गया।मनसे का मानना है कि पार्टी नेता संदीप देशपांडे और राजू उंबरकर के नेतृत्व में 13 सितंबर 2023 को प्रन्यास पर मोर्चा निकाला गया था जहां तत्कालीन सभापति मनोज सूर्यवंशी को ज्ञापन दिया गया।
स्थापत्य अभियांत्रिकी सहायक सुरेश चव्हाण को पूर्व नागपुर के विभागीय कार्यालय में गत 10 वर्षों से रखा गया था। इन 10 वर्षों में कभी भी तबादला नहीं होने के कारण उन्होंने कई मामलों में अनियमिमताएं कीं। मनसे द्वारा बताया गया कि प्रन्यास की मालिकी के चिखली (देव) के खसरा नंबर 83,84/1 भूखंड पर अनधिकृत रूप से अतिक्रमण कर बैठे लोगों को प्लॉट आवंटन का लालच देकर लाखों रुपए की वसूली चव्हाण ने की।
सरकार द्वारा आवंटित विकास निधि अंतर्गत मध्य नागपुर के भानखेड़ा में सीमेंट रोड का निर्माण किए बिना ही और मनपा द्वारा किए विकास की कामों को प्रन्यास के काम बताकर फर्जी बिल तैयार किए। ठेकेदारों से साठगांठ कर सरकार के साथ धोखाधड़ी की। इसी तरह से कलमना के खसरा क्रमांक 23, 28/1क के प्लॉट नंबर 19,20,21,22,23 और 24 के प्लॉटधारकों से 12 लाख रुपए वसूल कर झूठे आरएल और निर्माण की फर्जी मंजूरी भी प्रदान की।
मनसे द्वारा बताया गया कि भांडेवाड़ी में प्रन्यास की ओर से T.No.03 दि.12-2-2022 इस विकास कार्य में भारी अनियमितता की गई। काम किए बिना ही फर्जी बिल तैयार कर अधिकारियों को झूठी जानकारी देकर ठेकेदारों और स्वयं का आर्थिक लाभ कराया। जिस ठेकेदार को आर्थिक लाभ दिया गया उससे पत्नी की बहन के नाम नारा में खसरा क्रमांक 148/2 के भूखंड क्रमांक 118 और 119 प्राप्त किया।
आलम यह है कि चव्हाण ने प्रन्यास में नौकरी के कुछ ही वर्षों में करोड़ों की चल और अचल सम्पत्ति जमा की। चिखली स्थित प्रन्यास की मालिकी के औद्योगिक उपयोग वाले भूखंडधारकों को फर्जी नोटिस जारी कर लाखों रुपए वसूल किए। तत्कालीन सभापति को इन सबूतों का कच्चा-चिट्ठा सौंपा गया था।
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मनसे नेताओं ने कहा कि इसी मामले को लेकर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को ज्ञापन सौंपा गया था। मुख्यमंत्री कार्यालय ने तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश प्रन्यास को दिया किंतु अधिकारियों ने सीएम कार्यालय के आदेश की भी अनदेखी कर दी।
इसके विपरीत इस भ्रष्ट अधिकारी ने कुछ राजनीतिक लोगों तथा प्रन्यास के अधिकारियों की मदद से भ्रष्टाचार करने के लिए पुन: विभागीय कार्यालय (पूर्व) में तबादला करा लिया। इसके खिलाफ 18 जुलाई 2025 को ज्ञापन दिया गया किंतु कोई कार्रवाई नहीं की गई जिससे अब इस भ्रष्ट अधिकारी को कालिख पोते जाने की जानकारी मनसे के उमेश उत्खेडे ने दी।