माफसू ने बनाई राष्ट्रीय स्तर पर भी अग्रणी पहचान (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Maharashtra Animal And Fishery University: महाराष्ट्र पशु एवं मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय (माफसू) 3 दिसंबर को अपना 25वां स्थापना दिवस मनाएगा। पशुपालन, दुग्ध उत्पादन और मत्स्य विज्ञान के क्षेत्र में नवाचार, अनुसंधान, तकनीकी विकास, रोजगार सृजन और सतत विकास को गति देने वाले इस विश्वविद्यालय ने न केवल महाराष्ट्र में, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी अग्रणी पहचान बनाई है।
स्थापना के समय विश्वविद्यालय को पांच पशु चिकित्सा महाविद्यालय, एक स्नातकोत्तर संस्थान और एक दुग्ध तंत्रज्ञान महाविद्यालय हस्तांतरित किए गए थे। समय के साथ माफसू ने शिक्षा, अनुसंधान और प्रशिक्षण तंत्र का विस्तार करते हुए दो मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय, एक अतिरिक्त दुग्ध तंत्रज्ञान महाविद्यालय, वन्यजीव अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र तथा तीन कृषि विज्ञान केंद्र स्थापित किए।
यह केवल संस्थात्मक विस्तार नहीं था, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार, उद्योग, पशु स्वास्थ्य और आर्थिक सशक्तिकरण सुनिश्चित करने की ऐतिहासिक पहल थी। आधुनिक तकनीक, जैव-प्रौद्योगिकी, पशु विज्ञान, दुग्ध स्वच्छता, रोग नियंत्रण, पशु नस्ल सुधार, मत्स्य संवर्धन और खाद्य सुरक्षा के नए मानक स्थापित करते हुए माफसू ने ‘विज्ञान से विकास’ और ‘अनुसंधान से समृद्धि’ का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है।
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रजत जयंती समारोह के अंतर्गत दिनभर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे।सुबह 9 बजे विश्वविद्यालय मुख्यालय में ध्वजारोहण के बाद अंतर-महाविद्यालयीन क्रिकेट स्पर्धा का उद्घाटन होगा। इसके साथ ही स्वास्थ्य जांच शिविर, पौधारोपण, मत्स्य प्रदर्शनी एवं शाम 4 बजे श्वान स्पर्धा का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में नागपुर पशु वैद्यकीय महाविद्यालय एवं मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय के कर्मचारी, अधिकारी, प्राध्यापक एवं विद्यार्थी सहभागी होंगे।