लाडकी बहिन योजना (फाइल फोटो)
Parshivni News: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के पूर्व राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई लाडली बहना योजना के लाभार्थियों को पिछले दो माह से 1500 रुपये की राशि उनके खाते में नहीं आ रही है। जिसे लेकर बहनों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। विधानसभा चुनाव के पूर्व राज्य सरकार द्वारा लाडली बहन योजना का खूब प्रचार प्रसार किया गया था।
इतना ही नहीं बल्कि बहनों के खाते में एकमुश्त तीन माह की राशि भी उनके खाते में डाली गई थी। इसका परिणाम यह हुआ था कि विधानसभा चुनाव में विपक्ष के कई धुरंधर चुनाव हार गए थे। चुनाव खत्म होने एवं सरकार गठन के बाद से लाडली बहनों के खाते में कुछ माह तक पैसे आए, परंतु फिर सरकार के द्वारा लाडली बहनों की आर्थिक पृष्ठभूमि की जानकारी संकलित करना शुरू किया।
इसके बाद लाडली बहनों के खाते में पैसे आने का क्रम धीरे-धीरे कम होने लगा। आज वर्तमान स्थिति यह है कि तहसील में सैकड़ों ऐसी लाडली बहने हैं जिनके खाते में पिछले दो माह से योजना के पैसे नहीं आए है। इस संदर्भ को लेकर लाडली बहनों का कहना है कि चुनाव का समय था, तब बहनों का राजनीतिक प्रयोग किया गया है। पूरी पारशिवनी तहसील में लगभग 34 हजार लाडली बहनों द्वारा पंजीयन करवाया गया था।
चुनाव के बाद सरकार को जो डाटा प्राप्त हुआ है उस डाटा के आधार पर लाडली बहनों की किश्त बंद की गई है। इसी क्रम में जिस घर में लाभार्थियों की संख्या 2 से अधिक है ऐसी बहनों को भी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में महिलाओं को आयसीडीएस कार्यालय पंचायत समिती पारशिवनी में मूल दस्तावेज के साथ आने को कहा गया हैं।
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राज्य सरकार की ओर से मिलने वाले 1500 रुपए की वजह से राखी के पर्व पर बहनों को एक आधार मिल जाता था। इस बार राखी के पर्व पर 1500 रुपए का बहनों का इंतजार था, परंतु शासन द्वारा लाड़ली बहनों के आर्थिक आधार को लेकर की जा रही जांच के बाद हजारों बहनों के खाते में 1500 की राशि नहीं आ सकी। इसका दुख लाडली बहनों के चेहरे पर दिखाई दे रहा था।