अंधेरी-मलाड पुल (pic credit; social media)
Andheri to Malad Bridges: अंधेरी से मालाड की दूरी भले ही किलोमीटर में ज्यादा न हो लेकिन सीधी कनेक्टिविटी न होने के कारण यात्रियों को घंटों ट्रैफिक में फंसना पड़ता है। ऐसे में पश्चिमी उपनगर के लाखों लोगों को बड़ी सौगात मिलने वाली है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने शहर की कनेक्टिविटी को मजबूत बनाने के लिए 2200 करोड़ रुपये की दो बड़ी परियोजनाओं को हरी झंडी दे दी है। इनमें से एक केबल-स्टे ब्रिज होगा जबकि दूसरा एलिवेटेड रोड।
सबसे अहम परियोजना है लैगून रोड केबल-स्टे ब्रिज, जो मालाड (पश्चिम) को अंधेरी से सीधे जोड़ेगा। वर्तमान में यहां की दूरी 12 किलोमीटर है लेकिन सीधा रास्ता नहीं होने के कारण वाहन चालकों को लिंक रोड, एस.वी. रोड या वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे का सहारा लेना पड़ता है। नए पुल के बनने से मालाड और अंधेरी के बीच का सफर मिनटों में तय होगा।
यह ब्रिज 380 मीटर लंबा और 36 मीटर चौड़ा होगा जिसकी अनुमानित लागत करीब 1700 करोड़ रुपये है। पुल इन्फिनिटी मॉल के पीछे से शुरू होकर अंधेरी बैंक रोड तक बनेगा और इसके रास्ते में पोइसर नदी और मैंग्रोव क्षेत्र आएंगे। मनपा ने इसके लिए कोस्टल रेगुलेशन जोन (CRZ) से अनुमति भी प्राप्त कर ली है। हालांकि, करीब 200 मैंग्रोव प्रभावित होंगे।
इसे भी पढ़ें- पहले पैसा दो, फिर बनेगा पुल! पश्चिम रेलवे ने प्रभादेवी ब्रिज पर लगाया 59 करोड़ का ताला
दूसरी परियोजना रामचंद्र नाले पर एलिवेटेड रोड की है, जिसकी लागत 400 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह सड़क एमडीपी रोड से रायन इंटरनेशनल स्कूल तक बनेगी और एवरशाइन नगर के पीछे के इलाकों को जोड़ेगी। यह प्रोजेक्ट कांदिवली के चारकोप और मालाड-मार्वे रोड तक कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाएगा। यही नहीं, इस योजना के तहत मालाड-मार्वे रोड को 3.65 मीटर तक चौड़ा भी किया जाएगा ताकि भविष्य में बढ़ने वाले ट्रैफिक को आसानी से संभाला जा सके।
अधिकारियों का कहना है कि ये दोनों ब्रिज मुंबई की पश्चिमी उपनगरों में ट्रैफिक दबाव को काफी हद तक कम कर देंगे। खासकर अंधेरी, मालाड और कांदिवली के यात्रियों को रोजाना की जाम की समस्या से बड़ी राहत मिलेगी। बीएमसी ने इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है और उम्मीद जताई जा रही है कि 2028 तक ये दोनों ब्रिज बनकर तैयार हो जाएंगे।
स्थानीय नागरिकों ने भी इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि लंबे समय से अंधेरी-मालाड की सीधी कनेक्टिविटी की मांग की जा रही थी। अब जब यह सपना हकीकत में बदल रहा है, तो लोगों के सफर आसान होंगे और कारोबार को भी बढ़ावा मिलेगा।