रोहित पवार (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Rohit Pawar in Nagpur: मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके पूर्व कृषि मंत्री धनंजय मुंडे पिछले 5 महीने से सरकारी बंगले में रह रहे हैं। उन पर जुर्माना लगा है। हालांकि यह जुर्माना माफ कर दिया जाता है। राजस्व मंत्री बावनकुले भी खनिज उत्खनन से जुड़े करोड़ों के जुर्माने माफ कर देते हैं। इसके विपरीत गलत पार्किंग, ओवरस्पीडिंग आदि के लिए गरीबों को चालान जारी किए जाते हैं। यह जुर्माना माफ नहीं किया जाता।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद पवार गुट के महासचिव और विधायक रोहित पवार ने गरीबों के साथ अलग और अमीरों के साथ अलग व्यवहार करने के लिए सरकार की तीखी आलोचना की। वे पार्टी की ‘मंडल यात्रा’ के लिए भंडारा जाने के लिए नागपुर आए थे। उन्होंने राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के आवास पर मीडिया से बात की। रोहित पवार ने कहा कि इस सरकार की नीति अलग है। गरीबों को अलग न्याय दिया जाता है और अमीरों को अलग।
रोहित पवार ने कहा धनंजय मुंडे का मुंबई में घर है। वे झूठ बोलकर सतपुड़ा स्थित सरकारी बंगला छोड़ने को तैयार नहीं हैं। सरकार उन पर लगाया गया जुर्माना भी माफ कर देती है। दूसरी ओर इसी सरकार के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने खनिज उत्खनन को लेकर एक बड़ी कंपनी पर प्रशासन द्वारा लगाए गए 90 करोड़ रुपये के जुर्माने को घटाकर 17 करोड़ रुपये कर दिया। यह सीधे तौर पर गरीबों और अमीरों के बीच भेदभाव है।
नागपुर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राज्यभर में कैंडल मार्च निकालने का फैसला किया है। सिटी में गुरुवार की शाम 7 बजे वैरायटी चौक स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास से ‘वोट चोर, कुर्सी छोड़ो’ के नारे के साथ कैंडल मार्च निकाला जाएगा। शहर कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक विकास ठाकरे के नेतृत्व में आयोजित इस मार्च में नागरिकों का ध्यान आकर्षित किया जाएगा। पार्टी ने सभी पूर्व मंत्री, विधायक, पूर्व विधायक, प्रदेश सेल प्रमुख, प्रदेश पदाधिकारी सहित अन्य को उपस्थित रहने का निर्देश दिया है।
यह भी पढ़ें – बंद होगा समृद्धि महामार्ग? हाई कोर्ट ने दिए संकेत, कहा- कौन करेगा सुविधाओं का रखरखाव
एनसीपी-एसपी विधायक रोहित पवार ने सरकार को निशाना बनाते हुए कहा मुंबई चुनाव सामने देख ‘मराठी-अमराठी’ का विवाद खड़ा किया गया है। राज्य व देश में नागरिकों की विविध समस्याएं एक साइड में रह गई हैं और जातिवाद, भाषावाद, धर्मवाद पर चुनाव लड़ा जा रहा है। विवाद खड़ा कर राजनीतिक रोटी सेंकना ही भाजपा का दृष्टिकोण है।