
मुंबई की तरह रामटेक में बनेंगी फिल्म सिटी। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: नागपुर जिले का क्षेत्र इतिहास, संस्कृति और जंगलों से घिरा हुआ है। इसी के साथ यहां पहाड़, नदियां और किले हैं। सैकड़ों वर्ष पुराने मंदिर आज भी पूजा के केंद्र हैं। यह क्षेत्र मुंबई और विदेश से पर्यटकों को आकर्षित करता है। यही कारण है कि फिल्म सिटी बनने के लिए सभी आवश्यक तत्व यहां उपलब्ध हैं। इसलिए यहां भी मुंबई जैसी फिल्म सिटी बनाई जानी चाहिए। इस प्रकार चर्चा शुरू हुई थी।
यह सपना अब आकार लेने वाला है। यह फिल्म सिटी रामटेक में खिंडसी तालाब के पास बनाई जाएगी और इसे राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है। रामटेक में योजनाबद्ध फिल्म सिटी के लिए राजस्व विभाग से सांस्कृतिक विभाग परिसर के तत्काल हस्तांतरण के निर्देश सांस्कृतिक मामलों के मंत्री आशीष शेलार ने दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले की पहल पर इस चित्र नगर का निर्माण किया जा रहा है।
सांस्कृतिक विभाग ने इस परियोजना के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। जिला कलेक्टर कार्यालय स्थित छत्रपति हॉल में शनिवार को चित्रनगरी क्षेत्र की समीक्षा बैठक के दौरान शेलार बोल रहे थे। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्य राज्य मंत्री एड. आशीष जायसवाल, जिला कलेक्टर डॉ. विपीन इटनकर उपस्थित थे। वहीं रामोजी फिल्म सिटी के निदेशक राजीव जालनापुरकर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भाग लिया।
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परियोजना के लिए सैद्धांतिक मंजूरी

आगे बात करते हुए शेलार ने कहा, रामटेक में खिंडसी तालाब के पास एक फिल्म सिटी बनाई जाएगी। यह स्थान फिल्मांकन एवं अन्य प्रयोजनों के लिए उपयुक्त है तथा चूंकि यह स्थान वन क्षेत्र से जुड़ा हुआ है, इसलिए यहां पर्यटन की भी काफी संभावनाएं हैं। इससे रोजगार सृजन होगा। सांस्कृतिक मामलों के मंत्री आशीष शेलार ने कहा कि फिल्म सिटी के लिए प्रशिक्षित मानवशक्ति तैयार करने के लिए यहां एक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया जाएगा।
फिल्मांकन के लिए जनता को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस क्षेत्र के लोगों को फिल्म सिटी के लिए कार्यशालाएं आयोजित करनी चाहिए, ऐसी बात उन्होंने कही। सांस्कृतिक कार्य राज्य मंत्री एड. आशीष जायसवाल ने कहा कि इस परियोजना से मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के निर्माताओं को वृत्तचित्र और लघु फिल्में बनाने में बड़ी सुविधा मिलेगी। यह सुंदर शहर नागपुर हवाई अड्डे से सिर्फ 40 किलोमीटर दूर है। इस क्षेत्र में कई रिसॉर्ट हैं। इन सभी चीजों से उत्पादकों को लाभ होगा, ऐसी बात उन्होंने कही।






