नागपुर न्यूज
Nagpur News: कावरापेठ राजीवनगर ओवरब्रिज निर्माण में गलत डिजाइन के चलते टर्निंग प्वाइंट ब्लैक स्पाट बन गया है। यहां दुर्घटनाएं हो रही हैं। यह मुद्दा मानसून सत्र में विधायक कृष्णा खोपड़े, नितिन राऊत, प्रवीण दटके ने उठाते हुए आरोप लगाया था कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की लापरवाही के कारण ब्रिज का टर्निंग प्वाइंट एक्सीडेंट स्पाट बन गया है।
खोपड़े ने बताया कि केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने सीएसआर फंड से 305 करोड़ रुपये पीडब्ल्यूडी को उपलब्ध कराया लेकिन डिजाइनर व अधिकारियों की मिलीभगत से लागत बढ़ाने के लिए 200 करोड़ के ओवरब्रिज की कास्ट 305 करोड़ तक ले जाने का षड्यंत्र किया गया। इस मामले पर पीडब्ल्यूडी मंत्री शिवेन्द्र सिंह राजे भोसले ने पूरे प्रकरण की मुख्य अभियंता के माध्यम से जांच करने का आदेश जारी किया है। 4 हफ्ते में जांच की रिपोर्ट सादर करने के निर्देश दिये हैं।
खोपड़े ने बताया कि कावरापेठ कलमना ओवरब्रिज के डिजाइन के संदर्भ में संबंधित अधिकारी व आर्किटेक्ट को बार-बार बताया था कि कावरापेठ से कलमना पटेल लॉन तक ओवरब्रिज व कलमना ब्रिज पर बड़ा चौक बनाएं लेकिन अधिकारियों ने कलमना ब्रिज के ऊपर से ब्रिज बनाया। अब कावरापेठ से सारे वाहन रांग साइड जाते हैं।
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तब के डीसीपी ट्रैफिक अर्चित चांडक ने भी ब्लैक स्पाट पर बोगस डिजाइन के लिए पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों पर नाराजगी जताई थी। स्वयं नितिन गडकरी भी गलत डिजाइन व मनमानी पर नाराजगी जता चुके हैं। दोनों ओवरब्रिज का सुधारित कार्य पीडब्ल्यूडी से न करवाते हुए महारेल कंपनी द्वारा करने व 305 करोड़ की निधि से शेष निधि महारेल को ट्रांसफर करने की सिफारिश का निवेदन दिया गया है। इस संदर्भ में गडकरी से चर्चा भी की गई है।