
गांव की समस्याओं को हल करने वाले प्रयोग करें। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति विद्यार्थियों की रुचि बढ़ाना आवश्यक है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने ब्लाइंड रिलीफ एसोसिएशन के सभागार में स्कूली छात्रों से बातचीत की। वह उस समय बोल रहे थे। पाय जॅम फाउंडेशन द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय फ्यूचर कार्यक्रम का उद्घाटन गडकरी द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनायक महामुनि, फाउंडेशन के शोएब दर और समन्वयक संजय हरदास उपस्थित थे।
गडकरी ने कहा कि जिला परिषद स्कूलों में पढ़ने वाले ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि पैदा करने, उन्हें नए प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने तथा उनकी जिज्ञासा प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन करना सराहनीय है। अच्छे इरादे से इस आयोजन के लिए उन्होंने पाय जॅम फाउंडेशन और जिला परिषद को विशेष बधाई दी।
गडकरी ने कहा विज्ञान जीवन से संबंधित है। यदि आप जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं तो विज्ञान और प्रौद्योगिकी का ज्ञान आवश्यक है। यहां, हमें इस बात पर विचार करना चाहिए कि ग्रामीण विद्यालयों के विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शित कौन से प्रयोग हमारे गांवों या समुदायों की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति जुनून भविष्य को बदलने की शक्ति रखता है। गांव और समाज की समस्याओं का समाधान करने वाले और रोजगार उपलब्ध कराने वाले प्रयोग समय की मांग हैं।
महाराष्ट्र की सभी बड़ी ख़बरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…

इस बार ‘वेस्ट टू वेल्थ’ का उदाहरण भी है। गडकरी ने इसे छात्रों को दिया। उन्होंने कहा, “कुछ भी व्यर्थ नहीं है।” यदि आपके पास सही दृष्टिकोण है तो बेकार सामग्री का भी अच्छा उपयोग किया जा सकता है। कच्चा पेट्रोल प्लास्टिक कचरे से बनाया जाता है। सीएनजी का उत्पादन जैविक अपशिष्ट से किया जाता है। पुराने कपड़ों से बने बैगों की अच्छी मांग है। नागपुर में धोटे नाम की एक युवती ने कई लड़कियों और महिलाओं को मेहंदी लगाने का हुनर सिखाया। आज मेहंदी लगाने के कौशल ने बड़ी मात्रा में रोजगार पैदा कर दिया है।
गडकरी ने कहा नागपुर में सौ एकड़ भूमि पर लॉजिस्टिक्स एवं कौशल विकास का वैश्विक विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा। इस संबंध में भी सहमति बन गई है। उन्होंने यह भी कहा कि यह विश्वविद्यालय ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को विश्व स्तरीय कौशल सिखाएगा।






