बी.फार्मसी प्रवेश (AI Generated Photo)
B. Pharmacy: इस वर्ष राज्यभर के 54,921 छात्रों की अंतिम सूची घोषित की गई है। अब ये छात्र 25 से 27 सितंबर तक प्रवेश के लिए ‘कॉलेज ऑप्शन’ भर सकेंगे। इसके बाद पहली प्रवेश सूची 29 सितंबर को घोषित की जाएगी और पूरी प्रवेश प्रक्रिया 12 नवंबर तक चलेगी। इसके बाद शैक्षणिक वर्ष शुरू होगा। फार्मेसी संस्थानों को हर वर्ष फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) से मंजूरी लेनी होती है।
इससे हर वर्ष कुछ देरी होती है। इस बार प्रवेश की समय सीमा बार-बार बढ़ने से छात्रों में असमंजस का माहौल था। इस बार भी प्रवेश कार्यक्रम में 2 से 3 महीने की देरी के कारण शैक्षणिक सत्र देरी से शुरू होगा। प्रवेश के 4 राउंड होंगे जिन छात्रों को प्रत्येक दौर में प्रवेश मिला है उन्हें अपने लॉगिन के माध्यम से अपनी पसंद के अनुसार प्रवेश स्वीकार करना होगा।
इसके लिए 2 विकल्प उपलब्ध हैं। ‘फ्रीज’ या ‘बेटरमेंट’ के माध्यम से प्रवेश निश्चित होंगे। यदि छात्र को मिला कॉलेज पसंद है तो वह फ्रीज विकल्प चुनकर उस सीट को सुरक्षित कर सकता है। अगर छात्र को अगले राउंड में बेहतर कॉलेज मिलने की उम्मीद है तो उसे बेटरमेंट विकल्प चुनना होगा।
यदि पहली पसंद का कॉलेज मिल जाता है तो प्रवेश स्वतः ‘ऑटो-फ्रोजन’ हो जाएगा और ऐसे छात्र अगले राउंड में भाग नहीं ले पाएंगे। सीईटी सेल ने स्पष्ट किया है कि गलत दस्तावेज जमा करने पर छात्रों को प्रवेश से वंचित कर दिया जाएगा। पिछले वर्ष भी बी. फार्मेसी प्रवेश प्रक्रिया में ऐसी ही समस्या आई थी। देर से प्रवेश और विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण प्रवेश में देरी हुई थी। हालांकि बी. फार्मेसी के लिए ऑप्शन फार्म भरने की तिथि तो घोषित हो गई है लेकिन डिप्लोमा इन फार्मेसी के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा।
अब तक 33,000 छात्रों ने आवेदन किया है। कॉलेजों की मान्यता प्रक्रिया अभी तक नहीं हुई है। तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि राज्य के फार्मेसी डिप्लोमा संस्थान 24 सितंबर तक सभी प्रवेश सूचनाएं अपडेट कर दें। शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए फार्मेसी में डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित करने वाले संस्थानों की मान्यता की प्रक्रिया फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के माध्यम से चल रही है।
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नागपुर विभाग के अंतर्गत आने वाले 6 जिलों में बी. फार्मेसी के कुल 55 कॉलेज हैं। इनमें 4,030 सीटें उपलब्ध हैं। अब ऑप्शन फार्म की तिथि घोषित होने के बाद छात्रों ने राहत की सांस ली है लेकिन शैक्षणिक सत्र में देरी से दिक्कतें भी आएंगी। सीईटी के माध्यम से होने वाले अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। केवल फार्मेसी ही अब तक बचा हुआ है। छात्र पिछले 5-6 महीनों से प्रवेश की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यह एक तरह से छात्रों के साथ मानसिक रूप से खिलवाड़ ही है। डी।फार्मेसी की विभाग में 88 संस्थाएं हैं। इनमें 5,100 सीटें उपलब्ध हैं।