उपमुख्यमंत्री अजित पवार (सोर्स: एक्स@AjitPawarSpeaks)
नागपुर: मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना (लाडली बहन योजना) के दूसरे चरण की राशि वितरण का शुभारंभ किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे मौजूद रही।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार लाडली बहन योजना के कार्यक्रम के लिए नागपुर प्रवास पर है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष अजित पवार ने अपनी पार्टी के खिलाफ शिवसेना के मंत्री तानाजी सावंत की टिप्पणियों से उपजे विवाद को रोकने की कोशिश करते हुए शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह लोगों के लिए काम करते हैं और आलोचना पर ध्यान नहीं देते हैं।
बता दें कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने हाल में धाराशवि में कहा था कि कैबिनेट की बैठक में वह एनसीपी नेताओं की बगल में बैठते हैं, लेकिन बाहर आने के बाद उन्हें उल्टी आने जैसा महसूस होता है।
यह भी पढ़ें:- कलवान विधानसभा सीट: यहां आदिवासी मतदाताओं का है दबदबा, इस बार NCP बनाम NCP हो सकता है मुकाबला
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और अजित पवार की राकांपा राज्य में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में साझेदार हैं। सावंत की टिप्पणी ने सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर दरार को उजागर कर दिया और राकांपा ने पलटवार करते हुए कहा कि ऐसे बयानों को सुनने से बेहतर है कि गठबंधन छोड़ दिया जाए।
सावंत की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर अजित पवार ने नागपुर हवाई अड्डे पर पत्रकारों से कहा कि ‘‘मैंने जनसम्मान यात्रा की शुरुआत में फैसला किया था कि मैं किसी की भी आलोचना या किसी के खिलाफ टिप्पणी नहीं करना चाहता। अगर कोई मेरे खिलाफ बोलता है तो मेरे लिए यह मायने नहीं रखता। मैं अपने काम और लोगों के लिए काम करने पर यकीन रखता हूं।”
यह भी पढ़ें:- कांग्रेस में विधानसभा चुनाव लड़ने लगी होड़, राज्य की 288 सीटों पर 1500 उम्मीदवार इच्छुक
महायुति गठबंधन के सीटों के बंटवारे पर बातचीत के संबंध में एक सवाल पर पवार ने कहा कि ‘‘गठबंधन के तीनों सहयोगी दलों के नेता एक संवाददाता सम्मेलन करेंगे और सीटों के बारे में मीडिया को सूचित करेंगे।” इससे पहले, पवार ने दीक्षाभूमि का दौरा किया जहां डॉ. बीआर आंबेडकर ने बौद्ध धर्म अपनाया था। उन्होंने नागपुर के समीप काटोल में दुपहिया वाहन रैली में भी भाग लिया।
(एजेंसी इनपुट के साथ)