578 लोगों को मिला घर का मालिकाना हक। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: कोई भी व्यक्ति घर से वंचित न रहे, इसलिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्देश पर 100 दिनों का क्रियान्वयन कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसके चलते नागपुर के 578 लोगों को उनके घर का मालिकाना पट्टा वितरित किया गया। सीएम के हाथों कुछ लाभार्थियों को प्रतिनिधिक रूप में नजूल जमीन का मालिकाना हक और भगवता प्रमाणपत्र का वितरण किया गया।
जिला प्रशासन ने प्रत्येक नागरिक के घर का सपना पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना, रमाई घरकुल योजना, सबके लिए घर अभय योजना अमल में लाई और 100 दिनों का क्रियान्वयन कार्यक्रम चलाया। जिलाधिकारी विपिन इटनकर ने शहर के विभिन्न जगहों पर राजस्व विभाग के शिविर आयोजित किए, जिनमें कुल 578 आवेदन प्राप्त हुए और उन्हें मंजूरी दी गई। इसके चलते 60-70 वर्ष से रहने वाले भूखंडधारकों को मालिकाना हक प्राप्त हुआ।
जिलाधिकारी इटनकर ने बताया कि नजूल की जमीन पर अतिक्रमण कर 11 रहने वाले अधिसूचित झोपड़पट्टी के जरूरतमंद और लाभार्थी नागरिकों को पीएम आवास योजना के अंतर्गत जमीन का पट्टा देना शुरू किया गया है। इसमें मौजा सीताबर्डी मरियमनगर स्थित नागरिकों के पट्टे तैयार किए गए हैं। जिला प्रशासन की ओर से ई-नजूल ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध कराई गई, जिसके माध्यम से इस कार्य को तेज गति दी जा सकी।
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पट्टा वितरण कार्यक्रम में जिलाधिकारी विपिन इटनकर, उपविभागीय अधिकारी बगले, संजय बंगाले, सुनील हिरणवार और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। अभय योजना के लाभार्थियों में बंसीलाल नारंग, मंजु अशोक परशरामपुरीया, रुचिर कुमार अग्रवाल, बिनोबेन पटेल, प्रशांत सुरेश बखले और अन्य लाभार्थियों का समावेश है। वहीं ‘सर्वांसाठी घरे’ नीति के लाभार्थियों में मॉरिस आरिकस्वामी मायकल और कारमेल मॉरिस मायकल, फिरोजखान मुनीरखान और अफसाना फिरोजखान, रुपा सुखलाल नानोटकर, महेंद्र सुखलाल नानेटकर, आनंद नारायण झंझोटे और रश्मी आनंद झंझोटे सहित अन्य का समावेश है।