ठाकरे बंधु गठबंधन पर संजय राउत (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Thackeray Brothers Alliance: महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव नजदीक है। इस बार निकाय चुनाव में मनसे प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ आने के कयास लगाए जा रहे थे, जिस पर अब एक बड़ा अपडेट सामने आ गया है। दोनों भाइयों के गठबंधन को लेकर शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने बड़ा ऐलान कर दिया है।
संजय राउत ने बीएमसी और अन्य निकाय चुनाव के लिए राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के गठबंधन का ऐलान कर दिया है। संजय राउत का यह बयान 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर सामने आया। संजय राउत ने कहा कि आगामी महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव में राज ठाकरे की मनसे और उद्धव ठाकरे की यूबीटी एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी।
उन्होंने साफ तौर पर कह दिया कि ठाकरे बंधुओं का यह गठबंधन केवल बीएमसी चुनाव तक सीमित नहीं रहेगा। उन्होंने अपने चुनाव क्षेत्रों की पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों ही पार्टियां नासिक, ठाणे के साथ-साथ कल्याण डोंबिवली में एक साथ चुनावी मैदान में उतरेगी। दोनों पार्टियों के साथ आने का कारण बताते हुए राउत ने कहा कि इस गठबंधन के पीछे का उद्देश्य मराठी मतदाताओं को एकजुट करना है।
इस बीच राउत ने महायुति पर भी निशाना साधने का मौका नहीं चूका। उन्होंने महाराष्ट्र की सत्ताधारी गठबंधन महायुति की तीनों पार्टी भारतीय जनता पार्टी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी पर भी तंज कसा और कहा कि ठाकरे बंधु की संयुक्त ताकत मराठी लोगों की एकता को दर्शाती है और उसका प्रतिनिधित्व करती है। यूबीटी सांसद ने दावा किया कि महायुति की दुष्ट ताकत उस गठबंधन को नहीं तोड़ सकती। साथ ही उन्होंने आगामी बीएमसी चुनाव में जीत का बड़ा दावा भी कर दिया है।
संजय राउत के इस दावे को भाजपा के मंत्री गिरीश महाजन ने खारिज किया है। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा नहीं लगता कि संजय राउत के दावे को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। वैसे राजनीतिक गलियारों में जारी इन अटकलों के बीच यह भी कहा जा रहा है कि ठाकरे बंधुओं के गठबंधन की सफलता पूरी तरह से मराठी वोटों की एकजुटता और भाजपा-शिवसेना के प्रभाव की क्षमता पर निर्भर करेगी।
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अगर बीएमसी की बात करे तो इसमें कुल 227 सीटें है। इन सीटों में शिवसेना के 90 पार्षद हैं और मनसे का एक। ठीक ऐसे ही ठाणे की बात करें तो इस नगर निकाय की कुल 131 सीटों में से 67 सीटें शिवसेना के पास हैं और मनसे के पास एक भी नहीं। कल्याण डोंबिवली की कुल 122 सदस्यों वाली नगर निकाय में शिवसेना के 52 पार्षद हैं और मनसे के पास 9 सीटें हैं। तो वहीं नासिक में कुल 122 सीटें हैं, जिसमें से शिवसेना के पास 35 तो मनसे के 5 पांच सीटें हैं।