
उद्धव ठाकरे, राज ठाकरे (pic credit; social media)
Maharashtra Local Body Election: बीएमसी चुनाव की हलचलें तेज होती जा रही हैं। बीएमसी चुनाव की सत्ता काबिज करने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने कोशिंशे तेज कर दी हैं।
ठाकरे बंधुओं के साथ आने की चर्चाओं की बीच बताया जा रहा है कि राज ठाकरे ने उद्धब से 75 सीटों पर चुनाव लड़ने की पेशकश की है। जबकि उद्धव ठाकरे उन्हें 70 सीटों देने को राजी हैं।
ये वह सीटें हैं, जिनमें से अधिकांश सीटों पर राज ठाकरे की मनसे और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के बीच कांटे की टक्कर होगी। राज्य में 246 नगर पालिकाओं और 42 नगर पंचायतों के चुनाव के लिए वोटिंग 2 दिसंबर को होगी और चुनावी नतीजे अगले दिन 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। बीएमसी चुनाव जनवरी 2026 में होने की संभावना है।
यह चुनाव शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे और मनसे प्रमुख राज ठाकरे के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं है। पार्टी का वजूद बचाए रखने के लिए यह चुनाव दोनों के लिए बड़ी चुनौती है।
ठाकरे बंधुओं के संभावित गठबंधन को लेकर चर्चा है कि दोनों बंधुओं की सहमति आखिरी स्टेज पर पहुंच गई है। ठाकरे बंधु मिलकर चुनाव लड़ते हैं तो महायुति के सामने समस्या खड़ी हो सकती है। इस बीच राज ने उद्धव से मुंबई की 227 में से 75 सीटों पर चुनाव लड़ने की पेशकश की है।
इससे पहले दोनों दलों में सीट बंटवारे को लेकर 60:40 के फॉर्मूले पर मंधन किया गया था। दोनों पार्टियां अपनी-अपनी ताकत के अनुसार सीटें साझा करेंगी। इसमें 60 प्रतिशत यूबीटी और 40 फीसदी सीटें मनसे को देने की बात चल रही थी। यानी 227 सीटों में से ठाकरे गुट के हिस्से 147 और मनसे को 80 सीटें जाने की संभावना थी।
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उद्धव ने राज को 70 सीटें देने का मन बनाया था, यूबीटी और मनसे का मुंबई, ठाणे, नाशिक और कल्याण-डोंबिवली मनपा में प्रभाव है। पिछले दिनों मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड ने मनसे को मारपीट करने वाली पार्टी बताते हुए उससे गठजोड़ न करने का एलान किया था।






