संजय राउत व एकनाथ शिंदे (डिजाइन फोटो)
Sanjay Raut Claim About Eknath Shinde: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की दिल्ली में हुई मुलाकात को लेकर भाजपा और शिवसेना (यूबीटी) में सियासी महाभारत छिड़ गई है। ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने दावा किया है कि शिंदे को अपनी पार्टी भाजपा में विलय करनी पड़ेगी। साथ ही एकनाथ शिंदे को लेकर एक सनसनीखेज दावा किया है।
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने दावा किया कि जब महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अविभाजित शिवसेना का हिस्सा थे तब उन्होंने उनसे भाजपा को ‘रोकने’ के लिए चचेरे भाइयों उद्धव और राज ठाकरे के बीच सुलह कराने का आग्रह किया था। राउत ने कहा कि शिंदे अब इस बात से नाखुश हैं कि ठाकरे चचेरे भाई एक साथ आ गए हैं।
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने अपने मतभेदों को भुला दिया है और पिछले कुछ महीनों में वे सार्वजनिक रूप से एकसाथ नजर आए हैं। साथ ही यह भी चर्चा है कि वे राज्य में आगामी नगर निकाय चुनाव के लिए गठबंधन कर सकते हैं।
दोनों दलों के नेताओं के अनुसार 31 जनवरी 2026 से पहले होने वाले ग्रामीण और शहरी निकाय चुनाव से पहले दोनों दलों का एकसाथ आना अब महज औपचारिकता मात्र है।
संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे और मंत्री प्रताप सरनाईक ने मुझसे पहले भी कई बार राज और उद्धव ठाकरे को साथ लाने के लिए कहा था। महाराष्ट्र पर भगवा झंडा फहराने के लिए यह जरूरी है। भाजपा को रोकने के लिए दोनों चचेरे भाइयों को एक साथ आना होगा। उन्होंने ने दावा किया कि सरनाईक और शिंदे ‘मातोश्री’ से अनुमति लिये बिना राज ठाकरे से मिलने गए थे।
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राउत ने शिंदे पर अपने स्वार्थ के लिए उद्धव ठाकरे को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि शिंदे सीएम फडणवीस को मुख्यमंत्री पद से हटाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि फडणवीस शिवसेना के प्रमुख नेता और उनके लोगों को अपने आस-पास भी नहीं देखना चाहते।
भाजपा नेता नवनाथ बन ने कहा कि शिंदे के दिल्ली दौरे से भाजपा-शिंदे सरकार मजबूत हुई है, इसलिए राउत नाराज है। सोनिया गांधी के दरवाजे पर इंतजार करने वाले अब दिल्ली के बारे में गपशप कर रहे हैं। धनुष बाण और असली शिवसेना एकनाथ शिंदे की है।
नवनाथ बन ने कहा कि लोकतंत्र की अदालत ने फैसला सुना दिया है कि बालासाहेब की असली विरासत शिंदे गुट की है, राउत ने राहुल गांधी से राज्यसभा की सदस्यता पाने की राजनीतिक सुपारी ले रखी है। सोनिया की गुलामी करने वालों को हिदुत्व नाम का इस्तेमाल करने का कोई अधिकार नहीं है।
निकाय चुनावों की हलचलों के बीच डिप्टी सीएम शिंदे ने दिल्ली जाकर पीएम मोदी और शाह से मुलाकात की। इस पर राउत ने दावा किया है कि मोदी और शाह ने शिंदे को मनपा चुनावों के बाद पार्टी को भाजपा में विलय करने का आदेश दिया है। शिंदे को पता है कि कोर्ट में चुनाव चिह्न का मुद्दा नहीं टिक पाएगा।